ओवरसीज़ स्कालरशिप स्कीम की दरख़ास्तों की जांच में रियाइत

हैदराबाद 02 मार्च: बैरून-ए-मुल्क आला तालीम के लिए अक़लियती स्टूडेंट्स को ओवरसीज़ स्कालरशिप स्कीम के दूसरे मरहले में दरख़ास्तों की जांच का काम जारी है।

अक़लियती बहबूद के ओहदेदारों की तरफ से स्टूडेंट्स के ओरीजनल सर्टीफ़िकेटस पेश करने पर इसरार से वालिदैन में बेचैनी पाई जाती है। इस सिलसिले में सियासत हेल्पलाइन को कई शिकायात मौसूल हुईं जिस पर सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद और डायरेक्टर अक़लियती बहबूद की तवज्जा मबज़ूल कराई गई।

सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने बाक़ायदा तहरीरी अहकामात जारी करते हुए ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो दरख़ास्तों की जांच के मौके पर ओरीजनल सर्टीफ़िकेटस के लिए हरगिज़ इसरार ना करें बल्कि किसी गज़ीटेड ऑफीसर से तसदीक़ शूदा ज़ीराक्स कापी को क़बूल करलीं। उन्होंने वालिदैन के हलफनामा की शर्त से भी दसतबरदारी इख़तियार करली
है।

सेक्रेटरी ने डायरेक्टर अक़लियती बहबूद को मकतूब रवाना करते हुए तमाम
डिस्ट्रिक्ट माइनॉरिटी वेलफेयर ऑफीसरस को पाबंद करने की हिदायत दी ताकि ओलयाए स्टूडेंट्स को हरासानी से बचाया जा सके।

हैदराबाद और दुसरे अज़ला में दरख़ास्तों की जांच के मौके पर ओरीजनल सर्टीफ़िकेटस की पेशकशी से एसे स्टूडेंट्स मुश्किलात का सामना कर रहे हैं जो बैरून-ए-मुल्क यूनीवर्सिटीज़ में दाख़िला हासिल कर चुके हैं।

इन के लिए यूनीवर्सिटीज़ से ओरीजनल सर्टीफ़िकेटस हासिल करना मुम्किन नहीं है। सेक्रेटरी ने कहा कि एसे स्टूडेंट्स जो अभी बैरून-ए-मुल्क रवाना नहीं हुए उन्हें जांच के मौके पर ओरीजनल सर्टीफ़िकेटस
पेश करना होगा।