ओक़ाफ़ी जायदादों के ग़ैरक़ानूनी रजिस्ट्रेशन की मंसूख़ी का आग़ाज़

हैदराबाद 12 अगस्त: ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर मुहम्मद असद उल्लाह ने ग़ैरमामूली क़दम उठाते हुए ग़ैरक़ानूनी तौर पर फ़रोख़त के बाद रजिस्ट्रेशन को मंसूख़ कराने का अमल शुरू किया है। इस सिलसिले में महिकमा रजिस्ट्रेशन ऐंड स्टैम्प्स के इंस्पेक्टर जनरल-ओ-कमिशनर अहमद नदीम ( आईएएस) का मुकम्मिल तआवुन हासिल हो रहा है।

वक़्फ़ बोर्ड की तारीख़ में पहली मर्तबा ओक़ाफ़ी जायदादों को बचाने के लिए उठाए गए इस क़दम से ना सिर्फ ग़ैरक़ानूनी तौर पर किए गए रजिस्ट्रेशन मंसूख़ होंगे बल्के कई क़ीमती आराज़ीयात वक़्फ़ बोर्ड के क़बजे में वापिस आयेंगी। चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर जिन्हों ने पिछ्ले एक साल के दौरान कई इस्लाहात पर अमल किया उनकी इस नई कोशिश से ओक़ाफ़ी जायदादों और आराज़ीयात के रजिस्ट्रेशन पर भी रोक लगेगी।

वक़्फ़ बोर्ड की तरफ से 38529 ओक़ाफ़ी जायदादों की तफ़सीलात महिकमा रजिस्ट्रेशन ऐंड स्टैम्प्स को रवाना की गई हैं और कमिशनर अहमद नदीम ने वक़्फ़ बोर्ड को मकतूब रवाना करते हुए इत्तेला दी है कि इन तमाम जायदादों की तफ़सीलात को महिकमा के रिकार्ड में शामिल कर लिया जाएगा। इस सिलसिले में महिकमा रजिस्ट्रेशन ने कार्रवाई का आग़ाज़ कर दिया है।