औरतों को इतने ही अधिकार हैं तो अमेरीका में अब तक कोई औरत राष्ट्रपति क्यूँ नहीं बनी?

जब भी औरतों के हुकूक की बात आती है हम सबके ज़हन में अमेरिका का नाम आ जाता है. उत्तरी अमेरिका में स्थित संयुक्त राज्य अमरीका ही वो देश है जिसे आम लोग अमेरीका के नाम से जानते हैं. असल में औरतों की हालत अमेरीका में भी बहुत ख़राब है और कुछ जगहों पर मिली कुछ कामयाबियों के इलावा अमेरीका में औरतों को वाजिब मौक़े नहीं मिल रहे हैं.

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आपको जानकार हैरानी होगी कि अमरीकी आज़ादी के 210 साल से ज़्यादा गुज़र जाने के बाद भी वहाँ एक भी औरत राष्ट्रपति नहीं बन सकी है, ये अपने आप में हैरानी वाली बात है और ऐसा नहीं है कि ये कोई इत्तेफ़ाक़ है बल्कि ये अमेरीकी समाज की सोच को भी दर्शाता है. सिर्फ़ इतना ही नहीं है कि कोई महिला राष्ट्रपति नहीं बन सकी बल्कि हिलारी क्लिंटन के इलावा कोई उस पोस्ट के आसपास भी नहीं भटक पायी है. इसके अलावा एक और चौकाने वाली बात है वो ये कि अमेरीका की कांग्रेस में पहली महिला स्पीकर नैंसी पेलोसी 2007 में बनी. इन सब में एक बात ये भी है कि हिलारी क्लिंटन और नैंसी पेलोसी दोनों ही डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य हैं और कुल मिला कर यही पार्टी ऐसी नज़र भी आती है जो मुल्क में लड़कियों के हित की बात कर रही है.

औरतों को इतने ही अधिकार हैं तो अमेरीका में अब तक कोई औरत राष्ट्रपति क्यूँ नहीं बनी?