कठुआ गैंगरेपः संजीराम का केस लड़ रहे वकील ने महबूबा मुफ्ती को बताया जेहादी सीएम

कठुआ में आठ साल की बच्ची से गैंगरेप के मुख्य आरोपी का मुकदमा लड़ रहे वकील ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को जेहादी चीफ मिनिस्टर कहा है। कहा है कि वह अपने इस्लामिक एजेंडा के जरिए हिंदू बाहुल्य जम्मू का जनसांख्यिकीय परिवर्तन करना चाहती हैं। उन्होंने पिछले महीने के भाषण में गुज्जर्स और बकरवाल्स का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार की बात कही थी।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अंकुर शर्मा ने कहा-महबूबा मुफ्ती एक जेहादी मुख्यमंत्री हैं, वह गौकशी के लिए स्लाटर हाउस और तस्करी को कानूनी संरक्षण दे रहीं हैं। उन्होंने कहा जम्मू हिंदू बाहुल्य इलाका है। वहां एक धर्म के लोगों को जमीन देकर बसाया जा रहा है। ताकि जम्मू का जनसांख्यिकीय परिवर्तन हो सके।अंकुर शर्मा बच्ची से गैंगरेप के मुख्य आरोपी संजीराम का केस लड़ रहे हैं,जिन्हें क्राइम ब्रांच ने आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या का मास्टरमाइंड माना। इस मामले में संजीराम के बेटे विशाल जंगलोटा और विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजुरिया भी शामिल हैं।

31 वर्षीय शर्मा ने कहा कि वह हिंदू महासभा सहित अन्य तमाम संगठनों के नेताओं से बातचीत ल रही है। हिंदू एकता मंच बनाकर वह आरोपी का समर्थन करते हुए सीबीआई जांच की मांग करेंगे।महबूबा मुफ्ती पर हमले करते हुए वकील ने कहा कि फरवरी में महबूबा मुफ्ती ने एक बैठक में अधिकारियों से कहा था कि जब तक सरकार कोई आदिवासी, जनजाति नीति न बनाए, तब तक बकरवाल समुदाय को जंगलों से न हटाया जाए। महबूबा मुफ्ती बकरवाल समुदाय को आदिवासी जनजाति मानती हैं। इस आदेश के कारण बकरवाल समुदाय के लोगों ने जम्मू में तमाम जमीनें कब्जा कर रखी हैं।

शर्मा ने बताया कि एक सुनियोजित साजिश के तहत बकरवाल समुदाय के लोगों को हिंदू बाहुल्य इलाके में बसाया जा रहा है। इसके पीछे इस्लामिक शक्तियां हैं। ये शक्तियां बकरवाल लोगों के जरिए बाजार के रेट से भी ऊंचे दर पर जमीनों की खरीद करवा रहीं हैं।