कब्र से लाश को लाया, तांत्रिक ने किया जिंदा करने का दावा

साइंस के इस जमाने में भी अजग-गजब का खेल समाज में देखने को मिलता है। तालीम की कमी और गरीबी की वजह से लोग अंधविश्वास हो जाते है।

इसी तरह का एक मामला झरिया सिंहनगर वाकेय लुलू धिक्कार के घर पर सनीचर को देखने को मिला। उसके एक साल के मरे बच्चे को तांत्रिक श्यामापदो रजवार ने ज़िंदा करने का दावा किया है। इसको लेकर बच्चे को कब्र से उठा कर लाया गया है।

उससे बु आ रही है। रात को तंत्र-मंत्र के सहारे ज़िंदा करने की अमल जारी थी। भले ही क्या होगा, सबको मालूम है, पर इस बात को लेकर कुछ वक़्त के लिए तांत्रिक मुतासीर खानदान की नजर में भगवान बन गये हैं।

हालांकि पुलिस को इत्तिला मिल गयी है। मैयत की मां चंचल देवी ने बताया कि उसके शौहर काम करने बाहर गये हैं, तभी उसका बच्चा बीमार पड़ गया। झरिया के एक नर्सिग होम में ठीक करा कर घर लायी। लेकिन 22 सितंबर को वह मर गया। तब बच्चे को ऐना प्रोजेक्ट वाकेय जंगल में गड्ढा खोद कर दफना दिया था। दो दिन पहले शिमला बहाल के ही श्यामापदो रजवार (न्यू पिट भालगोरा का बरखास्त मुलाज़िम) ने कहा कि कब्र से अपने बच्चे को निकालो, उसे मैं जिंदा कर दूंगा। बच्चे को डायन ने मार दिया है। तांत्रिक जुमा को मरे बच्चे की मां व नानी को लेकर विंध्याचल भी गया था।