कमलेश तिवारी के घिनौना और घटिया बयान पर कोलकाता में सख्त मज़म्मत।

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अब्दुल हमीद अंसारी। siasat hindi

कमलेश तिवारी के घटिया बयान ने मुसलमानों के साथ पुरे मुल्क के अमन पसंद लोगों को चोट पहुंचाया है, मुल्क भर में उसके बयान की सख्त मज़म्मत हो रही है।

20 दिसंबर इतवार को कोलकाता में भी एक प्रोग्राम रखा गया, जहां छह तंजीमो के अलावा 40 उल्लेमायो ने हिस्सा लिया। तकरीबन तीन लाख लोगों की मौजूदगी ने इस प्रोग्राम को कामयाब बनाने का काम किया।

इस प्रोग्राम को कोलकाता के इमाम ईदैन मौलाना फजलुर्रहमान के सदारत में रखा गया था। इस प्रोग्राम के जरिए एक बार फिर मौलाना अबु तालिब रहमानी साहब ने मुआशरे में अमन कायम करने पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि
कमलेश तिवारी के घटिया और घिनौना हरकतों के लिए तमाम हिंदू समाज जिम्मेदार नहीं है।

वही तंजीम जिम्मेदार है जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या नाथु राम गोडसे से करवाई। हम बाहैसियत मुसलमान रामायण, भगवत गीता, बाईबल, श्री गुरु ग्रंथ साहिब और दुनिया के तमाम धर्मों का ईज्जत करते हैं, चुनांचे दुसरो को भी चाहिए कि वह हमारे मजहब और अक़ीदे को एहतराम करे।

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हिंदुस्तान और दुनिया में शांति बनी रहे, बच्चे, बूढ़े, औरत और मर्द सभी खुशी को महसूस कर सके, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि कमलेश तिवारी जैसे गंदे लोगों से देश और मुआशरा दोनों को पाक साफ रखा जाये।

तकरीबन तीन लाख लोगों की मौजूदगी में मौलाना अबु तालिब रहमानी ने कहा कि फ्रांस से लेकर हिंदुस्तान और दुनिया के लोगों में बात मालूम हो कि हम हर गम बर्दाश्त कर सकते हैं, हर जुल्म को माफ कर सकते हैं, लेकिन ” पैगंबर मोहम्मद सल्लाहो अलेहि वसल्लम” कि जरा सा भी तौहीन हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।

चाहे हमारी जिन्दगी रहे, या ना रहे, जब हम किसी के धर्मों को छेड़ने नहीं जाते हैं तो दुसरो को भी चाहिए कि वह अपने सीमा के अंदर ही रहे।