कलाम की तरह प्रणव दा भी रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति भवन से केवल अपनी किताबें साथ ले जाएंगे

कलाम की तरह प्रणव दा भी रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति भवन से केवल अपनी किताबें साथ ले जाएंगे

नई दिल्ली। अगले साल जुलाई में सेवानिवृत्त होने जा रहे प्रणव मुखर्जी ने अभी से राष्ट्रपति भवन छोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। वह भी डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की तरह राष्ट्रपति को मिले तोहफे को राष्ट्रपति भवन संग्रहालय को सौंप जाएंगे। मगर अपनी तमाम किताबें अपने साथ ले जाएंगे।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग होगा। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद किताबें ही राष्ट्रपति की साथी रहेंगी। उनके लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने दिल्ली के लुटियंस जोन में टाइप-8 का बंगला चुना है। उस बंगले में लोकसभा के पूर्व स्पीकर पीए संगमा रहते थे। अभी इस बंगले में स्वर्गीय संगमा का परिवार रहता है। शहरी विकास मंत्रालय ने उन्हें बंगला खाली करने का अनुरोध कर चुका है। शहरी विकास मंत्रालय की ताजा कवायद से स्पष्ट है कि प्रणव दा दूसरे टर्म के लिए इच्छुक नहीं हैं और न ही केंद्र में सत्ताधारी दल ऐसा चाहता है। कुछ दिनों पहले प्रणव दा अपने करीबी से अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे ।रिटायर होने के बाद वे दिल्ली में ही रहेंगे।