कश्मीरः एक और स्कूल को जलाया, अलगावादियों ने कहा यह आजादी के आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी क्षेत्र अनंतनाग जिले में रविवार को एक और स्कूल को आग के हवाले कर दिया गया। मीडिया के अनुसार कश्मीर में जारी हिंसा के बीच यह 25वां स्कूल है। जिन स्कूलों में आग लगाई गई उनमें से अधिकतर सरकारी हैं। पुलिस के अफसरों का कहना है कि यह घटना एशमुकाम गांव की है जहां जवाहर नवोदय विद्यालय को आग लगाई गई। आग लगाने वालों की पहचान कर ली गई है। इस घटना से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि कुछ लोग घाटी के बच्चों के फ्यूचर के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। ये बच्चों के सपनों पर हमला है। उमर ने राज्य सरकार और अलगाववादियों को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।

दूसरी तरफ उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ये लोग कौन हैं जो स्कूलों में आग लगाकर बच्चों की फ्यूचर को बरबाद करने की साजिश रच रहे हैं। इसे तबाह कर रहे हैं। ये तो बच्चों के सपनों को तबाह करना है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के पीछे चाहे जो भी लोग हों, उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उमर ने ये भी कहा कि राज्य सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने में नाकामयाब साबित हुई है। उमर ने हुर्रियत नेताओं की भी आलोचना की और कहा कि वो इन घटनाओं को रोकने के लिए क्यों कुछ नहीं बोलते। उन्हें एक्शन में आना होगा।

सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर समस्या की जड़ को खोजना और उसके हल के लिए निर्णायक कदम उठाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि हमने यह बार-बार कहा है कि कोई भी आदमी तालीम की अहमियत को नकार नहीं सकता।

दूसरी तरफ हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी नेता मीरवाइज उमर फारुक ने आग लगाए जाने की घटना का निंदा की और लोगों से सावधान रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आजादी के आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है।

वहीं कश्मीर इकनोमिक अलायन्स (केईए) के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद यासिन खान ने भी इस तरह से स्कूल जलाए जाने की घटना की निंदा की और कहा कि दरगाह, मस्जिद और बाजारों में हो रही आगजनी घटना एक गहरी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं कश्मीर को एजुकेशनल और फाईनेंशियल दोनों तरह से तोड़ देंगी।