जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद से जहां घाटी में एक तरफ तनाव का माहौल है तो वहीं दूसरी ओर आज हजारों कश्मीरी युवाओं ने दहशतगर्दों के बहकावे में आकर आतंक का रास्ता चुनने वाले नौजवानों के लिए बड़ा मिसाल पेश किया है।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, भारतीय सेना की तरफ से निकाली गई 111 पदों पर भर्ती के लिए बुधवार को कश्मीरी युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। यही वजह है कि देश के खातिर मर मिटने के लिए महज कुछ पोस्ट के लिए तक़रीबन 2500 कश्मीरी युवा भर्ती होने पहुंचे।
Jammu & Kashmir: Several Kashmiri youth take part in an army recruitment drive for 111 vacancies in Baramulla. Bilal Ahmad, army aspirant says, "We will get the chance to sustain our families and serve our nation, what else can one want?" pic.twitter.com/bmtMdYfvsk
— ANI (@ANI) February 19, 2019
सेना भर्ती में हिस्सा लेने आए एक युवक ने कहा कि हमें यहां पर परिवार को बचाने और देश की सेवा करने का मौका मिलेगा। किसी को इससे ज्यादा क्या चाहिए?
वहीं एक दूसरे अभ्यर्थी ने कहा कि हम कश्मीर से बाहर नहीं जा सकते। यह हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे लिए और भी मौके आएं। अगर कश्मीरी लोगों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा तो वह लोगों से बात कर सकते हैं और मौजूदा संकट को सुलझा सकते हैं।
बता दें कि बारामूला से लगभग 100 किलोमीटर दूर ही स्थित पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) टीम पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जवानों पर ऐसा हमला किया गया था कि उन्हें बचने का मौका तक नहीं मिला। 200 किलो विस्फोटक के फटने के बाद कोई 10 किलोमीटर तक का इलाका गूंज उठा था।
गुरुवार 14 फरवरी दोपहर बाद 3:30 बजे का वक्त हो रहा था और श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षाबलों की 78 गाड़ियों का काफिला गुजर रहा था।
काफिले में ढाई हजार से ज्यादा जवान सवार थे लेकिन जैसे ही पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में काफिला पहुंचा आतंकियों ने विस्फोटक से भरी गाड़ी से काफिले की एक गाड़ी हमला कर दिया। पीएम ने कहा है बलिदान बेकार नहीं जाएगा, भारत की संप्रभुता को आंख दिखाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।