कश्मीर में एहतेजाजी बंद से आम ज़िंदगी मुतास्सिर

,श्रीनगर: ज़िला राजौरी के एक गांव में दिफ़ाई कमेटी के अरकान के हाथों एक माँ और बच्चे की हलाकत के ख़िलाफ़ सदर नशीन हुर्रियत कान्फ़्रेंस सय्यद अली शाह गिलानी की जानिब से हड़ताल की अपील पर आज वादी कश्मीर में आम ज़िंदगी दरहम-बरहम हो गई।

सरकारी ज़राए ने बताया कि श्रीनगर और मज़ाफ़ाती इलाक़ों में दुकानात, तिजारती इदारे, ख़ानगी दफ़ातिर और पेट्रोल पंप्स बंद रखे गए जबकि हड़ताल के बाइस सरकारी दफ़ातिर में हाज़िरी बुरा-ए-नाम रही।

अगर अवामी ट्रांसपोर्ट को सड़कों से हटा दिया गया लेकिन ख़ानगी गाड़ियां बिशमोल किया बस और आटो रिक्षे हसब-ए-मामूल चलाए गए। महीने के चौथे हफ़्ते के पेश-ए-नज़र बैंक्स बंद रखे गए जबकि सरमाई तातीलात के बाइस स्कूलों को छुट्टियां दे दी गई थीं।

इन्होंने बताया कि वादी के बेशतर ज़िला हैड क्वार्टर्स से बंद की इत्तेलाआत हैं। वाज़िह रहे कि सय्यद अली शाह गिलानी ने विलेज डीफेंस कमेटी रुकन मुश्ताक़ अहमद के हाथों शमीमा अख़तर और उनके 3 साला लड़के की हलाकत के ख़िलाफ़ रियासत गीर एहतेजाजी बंद मनाने का ऐलान किया था।

19 दिसम्बर को एक और विलेज डीफेंस कमेटी रुकन केवल शर्मा ने मामूली झगडे पर नेशनल कान्फ़्रेंस लीडर मुश्ताक़ अहमद को गोलीमार कर हलाक कर दिया जिसके बाद अपोज़िशन जमातों बिशमोल नेशनल कान्फ़्रेंस और अलाहदगी पसंदों ने विलेज डीफेंस कमेटीयों को बर्ख़ास्त कर देने का मुतालिबा किया है।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर निर्मल सिंह ने इस मुतालिबे को मुस्तरद कर दिया।