क़तर के ओहदेदार ने 5 मिलियन डॉलर्स अदा किए

क़तर के एक साबिक़ सरकरदा फुटबॉल ओहदेदार ने 2022 वर्ल्ड कप की मेज़बानी के लिए इमारात की मुतनाज़ा मुहिम की ताईद के मक़सद से 5 मिलियन डॉलर्स से ज़ाइद की रक़म अदा की है।

बर्तानिया के अख़बार संडे टाइम्स ने ये उजागर‌ किया। अख़बार के मुताबिक़ साबिक़ा फ़ीफ़ा ऐग्ज़ीक्यूटिव रुक्न बराए क़तर मुहम्मद बिन हमाम ने मुबय्यना तौर पर जो रुकमी अदायगियाँ की हैं, उनके बारे में अख़बार को लाखों ईमेल से दीगर दस्तावेज़ात मौसूल हुई हैं।

बताया जाता है कि मुहम्मद बिन हमाम ने जो एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन के साबिक़ सदर भी हैं, क़तर की वर्ल्ड कप मेज़बानी की ताईद के लिए सरकरदा फुटबॉल ओहदेदारों को भारी फंड्स अदा किए। उन्होंने फ़ीफ़ा के सदर सप् ब्लाटर के लिए अमलन चैलेंज कर दिया था। उन्होंने 2012 में फ़ीफ़ा और ए एफसी ओहदों से इस्तीफ़ा दे दिया।

इससे पहले आलमी निगरान कार इदारा की अख़लाकियात कमेटी ने उन पर ताहयात पाबंदी लगा दिया था। फुटबॉल का आलमी इदारा फ़ीफ़ा 2010 में हुई राय दही की तहक़ीक़ात कररहा है, जिस में 2022 वर्ल्ड कप की मेज़बानी क़तर और 2018 टूर्नामेंट की मेज़बानी रूस को दी गई थी। फ़ीफ़ा ने करप्शन के इल्ज़ामात के बाद तहक़ीक़ात शुरू की हैं। फ़ीफ़ा के तहक़ीक़ाती ओहदेदार माईकल गीरसया जो अमेरिकी वकील भी हैं, जारिया साल अपनी रिपोर्ट को क़तईयत देंगे।

वो क़तर 2022 आर्गेनाईज़िंग कमेटी के सीनियर ओहदेदारों से पीर को उमान में मुलाक़ात करेंगे, लेकिन समझा जाता है कि संडे टाइम्स के इन्किशाफ़ात के बाद ये मुलाक़ात रोकी जा सकती है। फ़ीफ़ा और क़तर पर पहले ही 2022 वर्ल्ड कप के लिए काफ़ी दबाव‌ है क्योंकि जिस वक़्त ये मुक़ाबले होंगे, शदीद गर्मा का मौसम होगा।