कारसेवकों पर 1990 की फायरिंग के लिए मुलाय‌म सिंह यादव से माज़रत ख़्वाही

लखनऊ: बीजेपी ने आज समाजवादी पार्टी के सदर मुलाय‌म सिंह यादव से माज़रत ख़्वाही का मुतालिबा किया क्यों कि उन्होंने 1990में अयोध्या में कारसेवकों पर फायरिंग का हुक्म दिया था जिसमें 16 अफ़राद हलाक हो गए थे।

उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि उन्हें उस का रंज है। इस से महलोकीन के ख़ानदानों को तसल्ली नहीं होती। कारसेवक जिन पर मुलाय‌म हुकूमत ने फायरिंग का हुक्म दिया था, ख़ाली हाथ थे। ऐसी हालत में उन पर फायरिंग एक घिनोना जुर्म है। बीजेपी के तर्जुमान विजय् बहादुर पाठक ने कहा कि फायरिंग ऐसे वक़्त की गई जबकि उसका पहले ही ऐलान किया गया था कि कारसेवा अलामती होगी।

तक़रीबन 25 साल बाद समाजवादी पार्टी सरबराह ने कल कहा कि अयोध्या में 1990 में फायरिंग का हुक्म देने पर उन्हें रंज हुआ था लेकिन ऐसा ज़रूरी होने की वजह से किया गया क्यों कि एक इबादत-गाह को बचाने का मामला था। पाठक ने कहा कि 25 साल बाद उनके जज़बात महलोकीन के अरकाने ख़ानदान के मसाइल दूर नहीं करेंगे।

उन्होंने मुतालिबा किया कि समाजवादी पार्टी सरबराह को महलूक कारसेवकों के अरकाने ख़ानदान से माज़रत ख़्वाही करनी चाहिए।