क़तर के ‘चमत्कारी बच्चे’ ने किया उमराह, वायरल हो रहा विडियो

क़तर का ‘चमत्कारी बच्चे’ गनिम अल मिफताह उमराह करने के लिए मक्का पहुँच गया है। उसने अपने शुभचिंतकों और पवित्र मस्जिद के इमाम शेख माहेर अल मेइक्ली के सामने उमराह करने की इच्छा ज़ाहिर की थी।

सोशल मीडिया साईट पर बच्चे की उमराह करते हुए और मस्जिद के इमामों से मुलाक़ात करते हुए कई विडियो साझा की गयी हैं।

“अल्लाह ने मेरी दुआओं को सुन लिया है और मैंने अपने हाथों की मदद से काबे का तवाफ़ किया और उमराह किया,” 15 वर्षीय बच्चे ने कहा, जिसे गल्फ मिरेकल और बचपने का कतरी राजदूत भी कहा जाता है।

गनिम कौडल रिग्रेशन सिंड्रोम के साथ पैदा हुआ था, यह एक दुर्लभ बीमारी है जिसमें निचली रीढ़ के विकास में रुकावट होती है। क़तर की जानकारी गाइड, मरहबा के मुताबिक अपनी शारीरिक विकलांगता के बावजूद इस बच्चे ने बहुत नाम कमाया है, इसने खुद एक चैरिटी, एक स्पोर्ट्स क्लब और एक आइसक्रीम शॉप की स्थापना की है।

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दोहा 2015 आईपीसी एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप के सीईओ अमीर अल मुल्ला ने इस बच्चे का ज़िक्र एक आशा और दृढ़ संकल्प वाले व्यक्तित्व और कतरी युवाओं के लिए एक रोल मॉडल के रूप में किया था।

हालाँकि, वह कमज़ोर है लेकिन अपने कारनामों से उसने साबित कर दिया कि अगर आत्मा और इच्छाशक्ति मज़बूत हो तो शारीरिक कमजोरी सफलता के आड़े नहीं आती।

सोशल मीडिया पर शेयर की गयी एक विडियो में उसने उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया जिनकी मदद से वह उमराह कर पाया। उसने कहा, “सबसे पहले मैं अपने रब, अल्लाह का शुक्रगुज़ार हूँ उसने मुझे यहाँ तक पहुँचाया, साथ ही उन सभी लोगों का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ जिनकी मदद से उमराह कर पाया। मैं उन सभी को हमेशा अपनी दुआओं में याद रखूँगा।”

उसने सऊदी कमीशन फॉर टूरिज्म एंड नेशनल हेरिटेज के अध्यक्ष प्रिंस सुल्तान बिन सलमान, जिनकी वजह से उसका सपना पूरा हुआ और अपने अंकल, युसूफ अल मर्जौक का भी शुक्रिया अदा किया जो उसके साथ आये थे। इसके अलावा उसने सऊदी कमीशन फॉर टूरिज्म एंड नेशनल हेरिटेज के डायरेक्टर फैसल अल शरीफ और कमीशन के सारे कर्मचारियों का भी शुक्रिया अदा किया।