कुंडा कांड : सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की

लखनऊ, 1 जून: उत्तर प्रदेश की सियासत में तूफान खड़ा कर देने वाले प्रतापगढ़ के बलीपुर कत्ल केस के एक मामले में सीबीआई ने जुमे के दिन चार्जशीट दाखिल किया। बलीपुर के ग्राम प्रधान नन्हे यादव के कत्ल में पांच लोगों के खिलाफ दाखिल तीस पन्ने के इस चार्जशीट र में कहीं भी साबिक वज़ीर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जिक्र नहीं है। सीबीआइ गवाहों की सेक्युरिटी को लेकर चौकस है और अदालत से इस बात के लिए गुज़ारिश की है कि उनकी शनाख्त छिपाई जाए।

नन्हे यादव के अरकान खानदान की तरफ से लगाए गए इल्ज़ामो की बुनियाद पर राजा भैया सवालों के घेरे में थे। इब्तिदायी ( शुरुआती) दौर में सीबीआइ ने उनसे कोई पूछताछ भी नहीं की। लेकिन दो दिनों तक मुसलसल उनसे लंबी पूछताछ चली। ज़राए का कहना है कि सीबीआइ को न तो राजा भैया के खिलाफ कोई सुबूत मिला और न ही पूछताछ में कोई ऐसा सुबूत निकला, जिससे उनकी घेरेबंदी हो। यह अलग बात है कि नन्हे के कत्ल के इल्ज़ाम में राजा भैया के करीबी संजय प्रताप सिंह और राजीव प्रताप सिंह पर सीबीआइ का शिकंजा कस गया है। सीबीआइ ने सुबूतों की बुनियाद पर कत्ल की साजिश में इनका किरदार माना।

गौर तलब है कि गुजश्ता 02 मार्च को प्रतापगढ़ के बलीपुर में प्रधान नन्हे यादव का कत्ल कर दिया गया था। इसके बाद मौके पर पहुंचे डीएसपी कुंडा जियाउल हक को भी मार डाला गया। इस दौरान बंदूक की गोली चलने से नन्हे के भाई सुरेश यादव की भी मौत हो गई। इस वाकिया में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Minister for Food and Logistics) पर इल्ज़ाम लगे और डीएसपी की बीवी परवीन ने उनके खिलाफ कत्ल करने की साजिश का मुकदमा दर्ज कराया। इसी वजह से राजा भैया को अपने ओहदे से इस्तीफा देना पड़ा।