कुछ मुस्लिम देश पहले इजरायल के दुश्मन थे और अब दोस्त हैं- नेतन्याहू

ज़ायोनी शासन में संसदीय चुनाव का समय निकट आने और इस्राईली प्रधानमंत्री नेतनयाहू पर सत्ता छोड़ने का ख़तरा मंडराने के बाद उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में दावा किया है कि उनके 6 अरब देशों के साथ गुप्त संबंध हैं।

जेरुसलम पोस्ट की वेबसाइट ने रिपोर्ट दी है कि बेनयामिन नेतनयाहू ने कहा है कि इस समय एेसे 6 अहम अरब व मुस्लिम देशों के साथ इस्राईल के संबंध है जो कुछ समय पूर्व तक इस्राईल के दुश्मन थे।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, नेतनयाहू ने इन छह अरब देशों के नाम की ओर कोई संकेत नहीं किया है। उन्होंने बैतुल मुक़द्दस में एक चुनावी सभा में भाषण करते हुए कहा कि इससे रुढ़िवादी अरब देशों के साथ इस्राईल के संबंध स्थापित करने की प्रक्रिया तेज़ होगी। ज़ायोनी प्रधानमंत्री ने कहा कि ये संबंध, मध्यपूर्व में शांति स्थापना के लिए एक अहम संदेश रखते हैं।

ज्ञात रहे कि नेतनयाहू हालिया महीनों में अतिग्रहित फ़िलिस्तीन की आंतरिक समस्याओं के कारण बहुत ज़्यादा दबाव में हैं और इस्राईल के प्रधानमंत्री का पद उनके हाथ से निकलता दिखाई दे रहा है।

एक ओर उनके ख़िलाफ़ आर्थिक भ्रष्टाचार के कई केस चल रहे हैं और दूसरी तरफ़ चुनावी सर्वेक्षणों में उनकी प्रतिस्पर्धी पार्टियों की जीत की भविष्यवाणी ने भी उनकी नींद उड़ा दी है।

टीकाकारों का मानना है कि नेतनयाहू मतदाताओं को रिझाने और अपने वोटों की संख्या बढ़ाने के लिए अरब देशों से गुप्त संबंधों जैसे बयान दे रहे हैं।