केंद्र ने सबसे ज्यादा प बंगाल को फंड दिया, विकास तो हुआ नहीं आखिर राशि जाता कहाँ है : अमित शाह

कोलकाता: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुद्धिजीवियों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगली सरकार प बंगाल में भाजपा की बनेगी, यह तय है. इसके लिए बंगाल के लोगों को अपना स्वभाव बदलना होगा, क्योंकि अभी तक बंगाल के लोग केवल दो बार ही परिवर्तन किये हैं. पहला परिवर्तन लाल लाकर किये और दूसरा लाल बदल कर नील किये. उन्होंने कहा कि हम किसी से हिसाब मांगने के पहले खुद का हिसाब देंगे. इसके बाद अमित शाह सीधे केंद्र सरकार के तीन साल का हिसाब देने लगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के पहले देश में अफरातफरी का माहौल था. इन तीन वर्षों में हम लोगों में भरोसा जगाने में सफल रहे. इन मुद्दों पर काम का ब्योरा देते हुए केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने महिलाओं को गैस कनेक्शन देने, सभी गांवों में बिजली पहुंचाने और सभी नागरिकों को बैंक से जोड़ने की उपल्बधियों के साथ वैज्ञानिकों का देश के विकास में अहम योगदान की बात को सामने रखा.

उन्होंने कहा, आज पूरा विश्व हिंदुस्तान का लोहा मान रहा है. इससे पहले जब सेना पर हमला होता था, तो हारे प्रधानमंत्री घटना की निंदा करके रह जाते थे. लेकिन हमने सर्जिकल स्ट्राइक कर बदला लेने का कारनामा कर देश को विश्व मानचित्र में अलग पहचान दिलाया. तीन साल के अंदर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा. हम पूरे दमखम के साथ फैसला लेते हैं. फैसला लेने में सभी सही होगा, यह तो होता नहीं है. कुछ गलत भी हो सकता है.

केेंद्र सरकार के कामकाज का हिसाब देने के बाद अमित शाह सीधे बंगाल सरकार पर निशाना साधे. उन्होंने बताया कि अन्य सरकार से हम लोग पश्चिम बंगाल को ज्यादा फंड दिये हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार की योजनाओं में कटौती की जो बात की जा रही है, वह पूरी तरह गलत है. ममता बनर्जी की सरकार को बताने होगा कि केंद्र सरकार द्वारा मिलनेवाली धन राशि आखिर कहां जाती है. राज्य सरकार तुष्टिकरण की राह पर चल रही है. हमलोग किसी का विरोध नहीं करते हैं. किसी को रोकते नहीं हैं. लेकिन हमें रोका जा रहा है. हमें दुर्गा पूजा में विर्सजन के लिए हाइकोर्ट का सहारा लेना पड़ रहा है. इसके पहले भी कई संप्रदायों का पर्व व त्यौहार एक साथ हुआ है. कहीं किसी को दिक्कत नहीं है, लेकिन यहां राज्य सरकार खुद आगे बढ़कर विभेद फैला रही है. इसलिए बंगाली भद्र समाज को अपना स्वभाव बदलना होगा. यानी परिवर्तन के लिए खुद आगे आना होगा.