केरल के हाउसबोट्स में चलता है सेक्स टूरिज्म!

लोग अक्सर अपनी छुटि्टयां या हनीमून मनाने जुनूबी हिंदुस्तान जाते हैं और जुनूबी हिंदुस्तान में जाने वाले लोग हाउसबोट्स का लुत्फ जरूर उठाते हैं। लेकिन अब अगर आप हाउसबोट्स का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो थोड़ी एहतियात बरतनी पड़ेगी। हाल ही में आई कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक हाउसबोट्स में सेक्स टूरिज्म चलता है। इस तरह की वाकियात पर रोक लगाने के लिये सरकार ने सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। केरल की दारुल हुकूमत तिरूवंतपुरम से 150 किलोमीटर दूर अलाप्पुझा में जिला इंतेज़ामिया ने ऐसे वाकियात पर निगरानी रखनी शुरू कर दी है।

एक अंग्रेजी अखबार में शाय रिपोर्ट के मुताबिक जिला इंतेज़ामिया ने हाउसबोट्स पर निगरानी रखने का कदम सेक्स टूरिज्म और अक्सरियत पसंद अनासिर की तरफ से हाउसबोट्स का इस्तेमाल किए जाने की रिपोर्ट मिलने के बाद उठाए गए हैं। जिला इंतेज़ामिया ने जिला पुलिस सरबराह और हाउसबोट्स को लाइसेंस जारी करने वाले पोर्ट ऑफिसर से रिपोर्ट मांगी है। जिला कलेक्टर का कहना है कि एडीजीपी ने हमें अलर्ट भेजा है कि हाउसबोट इंडस्ट्री को कारगार तरीके से मॉनिटर नहीं किया जा रहा है।

वे चाहते हैं हम सेक्स टूरिज्म के खिलाफ कदम उठाएं और हाउसबोट्स किराए पर लेने वालों की मालूमात को चेक करें। उन्होंने साथ ही चेताया है कि हाउसबोट्स अक्सरियत पसंदो के लिए सबसे ज्यादा सेफ जगह हो सकती है। जिला इंतेज़ामिया पुलिस और पोर्ट स्कावयड के साथ मिलकर सितंबर में हाउटबोट्स पर छापे मारना शुरू करेगा।

इंडस्ट्री से जूड़े ज़राये की माने तो हाउसबोट्स में सेक्स टूरिज्म होता है। एक हाउसबोट्स ऑपरेटर का कहना है कि अगर कोई कस्टमर सेक्स वर्कर की मांग करता है तो हम लोग उन्हें दस्तयाब कराते हैं। अक्सर हम लोग ऐसे ग्राहकों को नजरअंदाज करते हैं। साथ ही एक अन्य ऑपरेटर ने कहा कि हाउसबोट्स इंडस्ट्री सेक्स टूरिज्म की कभी भी हौसला अफ्ज़ाई नहीं करती। ऐसी वाकिया होते हैं, लेकिन हम लोग ऐसे गैर-कानूनी वाकियात पर रोक लगाने के लिए हुकूमत का पूरा साथ देने के लिए तैयार हैं।

जिला एड्स कंट्रोल सोसाइटी का कहना है कि अलाप्पुझा जिले में 1528 सेक्स वर्कर में से 800 हाउसबोट इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं। होटल और रिसोर्ट्स के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल यहां पर 2 लाख 59 हजार मुल्की और 58 हजार गैर मुल्की सय्याह (Foreign tourists) घूमने आए थे।