कैसे पाकिस्तान के आतंकियों का भारत में बन रहा आधार कार्ड ?

जम्मू-कश्मीर: जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी को बारामूला में सिक्युरिटी फोर्सेस ने अरेस्ट किया है। सूत्रों ने बताया कि आतंकी ने आईएसआई की मदद से बालाकोट में चल रहे आतंकी कैंप में ट्रेनिंग ली है और घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के लिए भर्तियां करने की जिम्मेदारी उस पर थी। गिरफ्तार किये गए आतंकी के पास एक आधार कार्ड मिला है, जो असली है जिसके मुताबिक़ वह जैश का कमांडर है और पीओके के मुजफ्फराबाद का रहने वाला है।  मेजर जनरल जेसी नैन ने कहा कि जैश आतंकी पिछले 2 महीने में 7 बार बारामूला आ चूका था, उस पर नजर रखी जा रही थी। रहमान के पास एक एके-47 और भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद हुआ है। आतंकी ने पूछताछ में बताया कि उसे सोपोर और कुपवाड़ा में जैश के लिए भर्तियों की जिम्मेदारी मिली थी।  रहमान के आधार कार्ड में नाम शबीर अहमद खान, S/O गुलाम रसूल खान दर्ज है। जिसका नंबर- 647856225315 है। सवाल ये है कि पीओके के आतंकियों का भारत में यूनिक आईडी कैसे बनाया रहा है?

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