कॉंग्रेस जेएमएम इत्तिहाद टूटा, हुकूमत पर बोहरान

कांग्रेस से इत्तिहाद टूटने के बाद वजीरे आला हेमंत सोरेन जुमा को रांची लौट आए। यहां पहुंचते ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा, कांग्रेस अगर रियासत हुकूमत से हिमायत वापस लेना चाहती है तो फौरन ले ले। इसका फैसला कांग्रेस को करना है। कांग्रेस जो चाहे, करे। पूरा रियासत देख रहा है। लेकिन, झामुमो किसी को भी झारखंड के इज्ज़त से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं देगा।

वजीरे आला ने कहा कि इत्तिहाद टूटने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। कांग्रेस भाजपा की साथी बन गई है। उसकी ख़्वाहिश है कि झारखंड में भी भाजपा की हुकूमत बने। कांग्रेस महाराष्ट्र और हरियाणा की तरह ही झारखंड में भी भाजपा को वाकओवर देना चाहती है। मगर, झामुमो ऐसा नहीं होने देगा। रियासत के लोगों को बताया जाएगा कि कांग्रेस का मक़सद क्या है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वजह साल 2009 के एसेम्बली इंतिख़ाब के बाद रियासत में भाजपा की हुकूमत बनी। अगर कांग्रेस ने उसी वक़्त झामुमो को हिमायत दिया होता, तो रियासत में सदर राज नहीं लगता। झारखंड में सदर राज लगवाने और भाजपा की हुकूमत बनवाने के लिए कांग्रेस हर वक़्त जिम्मेदार रही है।

हेमंत ने कहा कि वे तीन दिन तक दिल्ली में इसलिए बैठे रहे, ताकि इत्तिहाद कर भाजपा को रोका जा सके। लेकिन कांग्रेस रांची में दिए गए तजवीज से पीछे हट गई। कांग्रेस ने कहा था कि वह झामुमो की कियादत में इंतिख़ाब लड़ेगी। उनकी पार्टी को 41 सीटें देने का ऑफर भी दिया था। झामुमो ने कोई मांग नहीं रखी थी। आखरी फैसले लेने के लिए हमें दिल्ली बुलाया गया। पहले दिन कांग्रेस ने अपने तजवीज पर हामी भरी, लेकिन अगले दिन से वह पीछे हटने लगी। वह चाहती क्या थी, इस बारे में कुछ नहीं बताया।

झामुमो 18-3=15
(हेमलाल मुर्मू, साइमन मरांडी और विद्युत वरण महतो भाजपा में शामिल हो चुके हैं।)

कांग्रेस 13-2=11
(ददई दुबे इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि जेल में बंद सावना लकड़ा की रुकनीयत खत्म)

07 आज़ाद एमएलए हुकूमत को हिमायत दे रहे हैं।
राजद के 05 एमएलए भी हिमायत वापस ले सकते हैं।

महाराष्ट्र में भी एसेम्बली इंतिख़ाब से पहले एनसीपी ने कांग्रेस हुकूमत से हिमायत वापस ले लिया था। हुकूमत कम असकरियत में आ गई और सीएम को इस्तीफा देना पड़ा। वहां सदर राज लगाना पड़ा।

कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की दिनभर चली बैठक

कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम तय करने में जुट गई है। इसके लिए जुमा को दिन भर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चली। इसमें झारखंड की तमाम 81 सीटों पर बहस हुई। अब सनीचर को मरकज़ी इंतिख़ाब कमिटी की बैठक होगी। इसमें झारखंड में पहले मरहले की 13 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल हो जाएंगे। उधर, झाविमो जेनरल सेक्रेटरी प्रवीण कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि झाविमो, कांग्रेस, राजद व जदयू में इत्तिहाद का खाका तैयार हो चुका था। तभी रांची के एक साबिक़ एमपी ने मामला बिगाड़ दिया। उन्होंने इत्तिहाद का मामला कांग्रेस और राजद पर छोड़ दिया।