कॉरपोरेट दबाव‌ की वजह से मोदी का तक़र्रुर

जनतादल यू के सदर शरद यादव ने आज इल्ज़ाम आइद किया कि कॉरपोरेट सेक्टर के दबाव‌ की वजह से ही बी जे पी ने नरेंद्र मोदी को अपना वज़ारत अज्मी उम्मीदवार नामज़द किया है।

उन्होंने कहा कि उन की साबिक़ा हलीफ़ जमात अब बहुत बदल गई है। उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी ने कॉरपोरेट सेक्टर का दबाव‌ तस्लीम करलिया है और इसी वजह से मोदी को वज़ारत अज्मी उम्मीदवार बनाया गया है। इन दिनों कॉरपोरेट कल्चर बी जे पी का लाज़िमी हिस्सा बन गया है।

ख़ुद बी जे पी में इख्तिलाफ़ात में शिद्दत पैदा होने का इशारा देते हुए यादव ने कहा कि बी जे पी ने अपने साबिक़ा नज़रियात को इख्तियार करलिया है और उसने साबिक़ वज़ीर आज़म अटल बिहारी वाजपई और सीनिय‌र लीडर एल के अडवानी के नज़रियात को ख़ैरबाद कहदिया है।

शरद यादव ने कहा कि ऐसा लगता है कि सीनिय‌र लीडर एल के अडवानी भी अब मोदी के तक़र्रुर का फैसला क़बूल करचुके हैं उन्होंने इब्तिदा-ए-में मोदी की मुख़ालिफ़त करने के बाद गुजरात की तरक़्क़ी की सताइश की है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान मुख़्तलिफ़ जुबानों और मुख़्तलिफ़ कल्चर रखने वालों का मुल्क है।

यहां सिर्फ़ सेकूलर हुकूमत ही तशकील दी जा सकती है। आम इंतिख़ाबात के बाद ना यू पी ए को इक़तिदार हासिल होगा और ना बी जे पी हुकूमत क़ायम करने के मौक़िफ़ में होगी नया महाज़ वजूद में आएगा और हुकूमत तशकील देगा। उन्होंने इद्दिआ किया कि बी जे पी में तब्दीलियों को जेहन में रखते हुए जे डी यू ने बी जे पी से ताल्लुक़ात तर्क कर लेने का फैसला किया है।

मुज़फ़्फ़र नगर के हालिया तशद्दुद के ताल्लुक़ से उन्होंने कहा कि जो लोग इसके ज़िम्मेदार हैं उनके रुतबा का ख़्याल किए बगैर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए।