कोलकाता में ममता बनर्जी ने दिखाई ताक़त, शहीद दिवस पर जुटे टीएमसी के लाखों कार्यकर्ता

तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज 2019 के लोस चुनाव का बिगुल फूंकने जा रही है। पीएम मोदी की ओर से 16 जुलाई को मिदनापुर में आयोजित की गई रैली के जवाब में ममता कोलकाता में रैली करेंगी। इस कड़ी में वह सभी विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर एक आम राय बनाने की को​शिश करेंगी।

बता दें कि पिछले 25 सालों से हर साल 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस विराट शहीद दिवस सभा का आयोजित करती है। लेकिन इस साल तृणमूल कांग्रेस अपनी रैली के दौरान भीड़ जुटाने के सभी रिकार्ड तोड़ने की तैयारी में है।

इस बार कांग्रेस के कुछ व सांसदों के साथ-साथ माकपा से निष्कासित नेताओं के तृणमूल में शामिल होने की चर्चा है। जानकारी के अनुसार दो दिन पहले से ही राज्य के विभिन्न हिस्सों से पार्टी कार्यकर्ता कोलकाता पहुंचने लगे थे।

वहीं रैली को देखते हुए सुरक्षा के लिए छह हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। 18 स्थानों पर एंबुलेंस, विभिन्न जगहों पर 10 ड्राप गेट, आठ जगहों पर बड़े स्क्रीन, 10 मेट्रो स्टेशनों के अलावा हावड़ा व सियालदह स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वहीं सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक महानगर में मालवाही वाहनों के चलने पर भी रोक लगा दी गई है।

गौरतलब है कि पिछले साल इसी मंच से ममता ने ‘मोदी हटाओ देश बचाओ’ का नारा दिया था। तृणमूल कांग्रेस की यह ब्रिगेड सभा कई मायनो में खास मानी जा रही है।

इस सभा मेें गुजरात से हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमार स्वामी, ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री वाइआरएस रेड्डी, बिहार से तेजस्वी और उत्तर प्रदेश से अखिलेश यादव के अलावा कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी बुलाने की योजना है।