ईरान और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव क्या तीसरे विश्व युद्ध की आहट है? दरअसल यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य मौजूदगी तेजी से बढ़ने के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि वह कोई हिमाकत करता है तो उसे इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, अमेरिका ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते पर भी प्रतिबंध लगा दिए है, लेकिन ईरान खुले तौर पर यह कह रहा है कि अगर अन्य देश भी इस प्रतिबंध का समर्थन करते हैं तो वह अपनी परमाणु संबंधी गतिविधियां फिर से शुरू कर देगा। दोनों ही तरफ से तलवारें खिंच चुकी है।
वाशिंगटन ने पिछले सप्ताह खाड़ी में युद्धपोत और युद्धक विमान तैनात कर दिए हैं। उधर रूहानी ने कहा, ‘अमेरिका द्वारा नए सिरे से लगाए गए प्रतिबंधों से देश की आर्थिक स्थिति 1980-88 में पड़ोसी देश इराक से युद्ध के दौरान हुई स्थिति से बदतर हो गई है।
लेकिन तब युद्ध के समय हमें अपने बैंकों, तेल की बिक्री या आयात और निर्यात में कोई समस्या नहीं थी और तब सिर्फ हथियार खरीद पर प्रतिबंध लगा था।