क्या दुनिया थर्ड वर्ल्ड वॉर की तरफ़ लगातार बढ़ रही है?

दुनिया में हर दिन घटती घटनाएं और बदलते समीकरणों को देखते हुए अब यह कहा जाने लगा है कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के दहाने पर पहुंच गई है। साथ ही यह भी सवाल उठने लगा है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो किसकी जीत और किसकी हार होगी।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ रैंड के शोध परिणाम ने सबको चौंका दिया है क्योंकि इस अमेरिकी संस्था ने कहा है कि, भविष्य में अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो ऐसी स्थिति में अमेरिका को कड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ रैंड ने अपनी रणनीतिक समीक्षाओं की एक श्रृंखला में, रूस और चीन सहित अन्य शक्तियों के ख़िलाफ़ अमेरिका की हार के कारणों को उजागर किया है।

इस अमेरिकी शोध संस्था ने कहा है कि अगर तीसरा विश्व युद्ध होता है तो अमेरिका, रूस और चीन के मुक़ाबले में पराजित हो जाएगा और वह अपने सुपर पॉवर होने के स्थान को खो देगा।

रैंड इंस्टीट्यूट ने युद्ध का सामना करने की अमेरिका की क्षमता की जांच करने के लिए विभिन्न परिदृश्यों की जांच की है और उससे यह निष्कर्ष निकाला है कि, भले ही अमेरिका का सैन्य बजट प्रति वर्ष 700 बिलियन डॉलर से अधिक पहुंच चुका है लेकिन युद्ध की स्थिति में उसे भारी नुक़सान का सामना होगा।

इसीलिए इस वर्ष ट्रम्प प्रशासन द्वारा अमेरिकी कांग्रेस में भेजे गए बजट बिल में जहां रक्षा बजट में वृद्धि की गई है वहीं कुछ अन्य सरकारी कार्यक्रमों के बजट में कटौती की गई है।

यह ऐसी स्थिति में है कि कांग्रेस के आंकड़ों से पता चलता है कि अगले 10 वर्षों में अमेरिकी बजट घाटा कई ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा और अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में धीरे-धीरे उसकी स्थिति और भी कमज़ोर हो जाएगी।