खट्टर सरकार का फैसला, 115 की जगह अब सिर्फ़ 23 खुले जगहों पर नमाज़ पढ़ सकेंगे मुस्लिम!

साइबर सिटी गुरुग्राम में खुले में नमाज को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन ने मुस्लिम पक्ष के लोगों से बातकर ऐसी 23 जगहों को चिन्हित किया है, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग खुले में नमाज पढ़ सकेंगे।

कोई गड़बड़ी ना होने पाए इसके लिए 76 मजिस्ट्रेट भी लगाए गए हैं। यहां पर पहले 115 जगहों पर खुले में नमाज पढ़ी जाती थी। वहीं हिंदूवादी संगठन और मुस्लिमों के बीच कोई विवाद ना होने पाए इसको लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट पर है।

हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार है कि जब नमाज के लिए प्रशासन को इतने बड़े स्तर पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाने पड़े हैं। क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि हिंदूवादी संगठन के लोग गड़बड़ी कर सकते हैं।

इस बारे में जानकारी देते हुए मुस्लिम पक्ष की लड़ाई लड़ रहे वाजिद खान नेहरू युवा संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि नमाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पहले नौ स्थान तय किए गए थे, लेकिन हमारी आपत्ति के बाद इस बढ़कर 23 कर दिया गया है। ये सरकारी जमीन है, जहां खुले में नमाज पढ़ी जाएगी।

बता दें कि पिछले दो सप्ताह में वजीराबाद, अतुल कटारिया चौक, साइबर पार्क, बख्तावर चौक और साउथ सिटी इलाकों में नमाज को ‘बाधित’ किया गया।

इसमें कथित रूप से विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू क्रांति दल, गौरक्षक दल और शिवसेना के सदस्य शामिल थे। अब इन संगठनों की एक संघर्ष समिति भी बन गई है। विरोध करने वाले 6 सदस्यों पर मामला भी दर्ज किया गया है।

इस पूरे प्रकरण में मामला तब उलझ गया जब सीएम मनोहरलाल खट्टर भी कूद पड़े। उन्होंने कहा कि ‘मस्जिदों, ईदगाहों और निजी स्थानों पर ही नमाज अदा की जानी चाहिए।’

इस लाइन पर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी बात करनी शुरू कर दी। गुरुग्राम के डिवीजनल कमिश्नर डी. सुरेश ने कहा कि सड़कों और ग्रीन बेल्ट पर नमाज नहीं होने दी जाएगी।