खिड़की से सरबजीत की बेटियां चिल्लाती रहीं पापा-पापा

अमृतसर, 29 अप्रैल: लाहौर की कोट लखपत जेल में साथी कैदियों के हमले में ज़ख्मी हुए हिंदुस्तानी शहरी सरबजीत की हालत काफी नाजुक बनी हुई है।

डॉक्टरों ने तो यहां तक कह दिया है कि उसके लिए अब बस दुआ करें। यह कहना है सरबजीत की बहन दलबीर कौर का।

दलबीर कौर ने भरे गले से रात आठ बजे फोन पर बताया कि अस्पताल के मैनेज़र ने खानदान वालों को सरबजीत से मिलने की इजाजत दे दी है। लेकिन उन्हें केवल आईसीयू की खिड़की से ही देखने दिया गया।

दलबीर ने बताया कि सरबजीत की दोनों बेटियां खिड़की से पापा-पापा चिल्ला रही थी। लेकिन दूसरी ओर से कोई आवाज नहीं आई। वही उसकी बीवी तो कुछ कह ही नहीं पा रही है, सिर्फ रो ही रही है। यह सब कहते हुए दलबीर भी रोने लगीं।