खिलाड़ियों को गाली देकर घिरे डोनल्ड ट्रंप

अलाबामा : अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप अब अपनी एक टिप्पणी की वजह से खेल जगत के निशाने पर आ गए हैं. केपरनिक के विरोध प्रदर्शन के पक्ष में पिछले महीने न्यूयॉर्क में एनएफल के दफ्तर के बाहर लोग जुटे थे. शुक्रवार रात ट्रंप ने अलाबामा में एक रैली में कहा था कि देश के राष्ट्रगान के समय विरोध प्रदर्शन करने वाले एनएफ़एल खिलाड़ियों को उनकी टीमों से निकाल देना चाहिए.वह उन नस्लविरोधी प्रदर्शनों का ज़िक्र कर रहे थे जिन्हें पिछले साल खिलाड़ी कॉलिन केपरनिक ने शुरू किया था. कॉलिन राष्ट्रगान के दौरान खड़े रहने के बजाय अपना विरोध दर्ज कराने के लिए घुटने पर बैठ गए थे.ट्रंप ने कहा था, ‘क्या आप यह देखना पसंद नहीं करेंगे कि जब कोई हमारे झंडे का अपमान करे तो उनमें से कोई एनएफ़एल मालिक कहे, उस (अपशब्द) को तुरंत मैदान से बाहर करो. वह अब टीम का हिस्सा नहीं है. ट्रंप ने उन खिलाड़ियों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया था. इसके जवाब में सोशल मीडिया पर ट्रंप को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. एनएफ़एल की एक टीम के मालिक ने ट्रंप की टिप्पणी को ‘आहत करने वाला’ बताया है.

एनएफ़एल कमिश्नर रोजर गूडेल ने एक बयान जारी कर कहा है कि राष्ट्रपति की टिप्पणी फूट डालने वाली है और दुर्भाग्य से उसमें सम्मान की कमी दिखती है. इस पर ट्रंप ने कहा है कि रोजर गूडेल खिलाड़ियों की ओर से किए गए देश के अपमान को जायज़ ठहराने की कोशिश कर रहे हैं. एनएफ़एल प्लेयर्स एसोसिएशन ने कहा है कि राष्ट्रपति ने खिलाड़ियों से परोक्ष रूप से ‘चुप करो और खेलो’ कहकर सीमा पार कर दी है.

कॉलिन केपरनिक की पिछली टीम सैन फ़्रांसिस्को फोर्टीनाइनर्स के सीईओ जेड योर्क ने कहा है कि वह सकारात्मक बदलाव के लिए अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति की बेरुख़ी और आपत्तिजनक टिप्पणी इस देश की मूल भावना के ख़िलाफ़ है.’ हालांकि कई टीमों की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. न्यूयॉर्क जेट्स के मालिक वुडी जॉनसन ने भी इस पर कुछ नहीं कहा है. अमीर व्यापारी वुडी ने ट्रंप के चुनाव अभियान में चंदा दिया था और ब्रिटेन में ट्रंप के राजदूत बनाए गए थे.