खुद को स्वस्थ रखने के लिये साइकिल चलाना व्यायाम का सर्वश्रेष्ठ एवं सबसे सस्ता स्वरूप हैः वैंकेया नायडू

भारत के उप राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने कहा है कि स्वयं को स्वस्थ रखने के लिये साइकिल चलाना व्यायाम का सर्वश्रेष्ठ एवं सबसे सस्ता स्वरूप है एवं परिवहन के ऐसे पर्यावरण हितैषी माध्यम को अपनाने के लिये लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।

प्रथम विश्व बायसिकल दिवस के अवसर पर एनडीएमसी में पब्लिक बाइक शेयरिंग के लिये स्मार्ट साइकिल स्टेशन एवं बायसिकल रैली का शुभारंभ करने के बाद आज यहां पेशेवर साइकिल-सवारों एवं पर्यावरणविदों को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि साइकिल को प्रोत्साहन देने के अभियान को दीर्घकालिक आधार पर हाथ में लिया जाना चाहिये एवं यह विश्व बायसिकल दिवस पर मात्र एक कर्मकाण्डी विधान तक सीमित नहीं रहना चाहिये। इस अवसर पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी; वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

बढ़ते प्रदूषण स्तर के बारे में बातचीत करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व भर में अनेक नगर प्रदूषण एवं वाहनों से निकलने वाली गैसों के कारण लगभग चिमनियों में बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि समय आ गया है किशहर एवं अन्य शहरी स्थान साइकिल चालन को एक बड़े स्तर पर प्रोत्साहन दें। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे शहरों में समर्पित साइकिल मार्गों का निर्माण किया जाना है एवं लोगों को श्रेष्ठ स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित किया जाना होगा।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें विश्व बायसिकल दिवस को महज़ एक सांकेतिक कवायद के रूप में नहीं देखना चाहिये एवं उन्होंने कहा कि यह यह दो सर्वाधिक बड़ी समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है जैसे बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण एवं जीवनशैली में परिवर्तन से बढ़ते रोग। विपरीत स्वास्थ्य परिणामों को कम करने में साइकिल चालन से काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा किकैलोरी बर्न करने, मांसपेशियों को बल प्रदान करने एवंसेहत को प्रोत्साहन देने के अलावा प्रतिदिन साइकिल चलाना दिल की बीमारियों एवं कैंसर के ख़तरे को भी कम कर देगा।

उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय राजधानी में पब्लिक बाइक शेयरिंग के लिये स्मार्ट साइकिल स्टेशन की शुरुआत करने के लिये एनडीएमसी प्राधिकारियों को बधाई भी दी एवं कहा कि देश में अन्य स्थानों पर इसी प्रकार की पहल किये जाने की आवश्यकता है एवं विशेषकर युवाओं को ऐसी सुविधाओं का पूर्ण उपयोग करना चाहिये।