मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला ने मर्कज़ी विज़ारत क़ानून से राय तल्ब की है कि सदर जम्हूरिया की तरफ से सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस ए के गागुली के बारे में तहक़ीक़ात करने की ख़ाहिश की जाये ताकि वो इस मसले पर अपनी सिफ़ारिशात पेश करसके कि उन्हें सदर नशीन मग़रिबी बंगाल इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के ओहदे से अलाहदा किया जाये या नहीं।
सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी ने मग़रिबी बंगाल की चीफ़ मिनिस्टर ममता बनर्जी का एक मकतूब मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला को रवाना किया जिस में चीफ़ मिनिस्टर ने ख़ाहिश की है कि एक ला इंटर्न की जानिब से जिन्सी हिरासानी के इल्ज़ामात के बाद साबिक़ जज को उनके ओहदे से बरतरफ़ कर दिया जाये क्योंकि वो इस्तीफ़ा देने से इनकार कररहे हैं।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने एक तक़रीब के मौक़े पर अलाहदा तौर पर प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि काग़ज़ात हमें हासिल होचुके हैं। में फ़िलहाल सिर्फ़ इतना कह सकता हूँ कि काग़ज़ात क़ानूनी शोबे के हवाले करदिए गए हैं और उसकी राय हासिल करने के बाद पेशरफ़्त की जाएगी। चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने गांगुली को रियासती इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के सदर नशीन के ओहदे से बरतरफ़ करने का मुतालिबा किया है क्योंकि एक ला इंटर्न की जानिब से उसकी जिन्सी हिरासानी के गांगुली पर इल्ज़ामात मंज़र-ए-आम पर आचुके हैं।
चीफ़ मिनिस्टर ने सदर जम्हूरिया से दरख़ास्त की है कि वो साबिक़ जज के ख़िलाफ़ जल्द अज़ जल्द मुनासिब कार्रवाई करें। गांगुली जो एक साल से ज़्यादा अर्सा पहले सुप्रीम कोर्ट के जज के ओहदे से सबकदोश होचुके हैं इंटर्न के इल्ज़ामात का सामना कररहे हैं जिस ने उन पर इल्ज़ाम आइद किया है कि गांगुली ने उसको जिन्सी हिरासानी की थी। गांगुली इस इल्ज़ाम को सख़्ती से खारिज करते हैं।
मुबय्यना तौर पर ये वाक़िया गुज़िश्ता साल दिल्ली की एक होटल के कमरे में पेश आया था। रियासती इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के सदर नशीन को सिर्फ़ सदर जम्हूरिया के अहकाम पर बरतरफ़ किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट की तहक़ीक़ाती रिपोर्ट वसूल होने के बाद उसे मर्कज़ी काबीना की जानिब से ग़ौर के लिए पेश किया जाएगा और मर्कज़ी काबीना की मंज़ूरी के बाद सदर जम्हूरिया को रवाना कर दिया जाएगा।
इंसानी हुक़ूक़ क़ानून की दफ़ा 23 के बमूजब रियासती इंसानी हुक़ूक़ कमीशन का सदर नशीन या कोई रुकन इस के ओहदे से सिर्फ़ सदर जम्हूरिया के अहकाम पर बरतरफ़ किया जा सकता है जो मुस्लिमा बदसुलूकी या ना अहलीयत की बुनियाद पर सुप्रीम कोर्ट की तहक़ीक़ात के बाद दिए जाऐंगे।
सुप्रीम कोर्ट सदर जम्हूरिया की जानिब से मुक़र्ररा तरीका-ए-कार के मुताबिक़ तहक़ीक़ात की ख़ाहिश करने पर तहक़ीक़ात के बाद अपनी रिपोर्ट रवाना करेगी। अगर अदालत ये रिपोर्ट देती है कि सदर नशीन या कोई रुकन जिसे मुल्ज़िम क़रार दिया गया हो, क्या इस बुनियाद पर बरतरफ़ किया जा सकता है, ये रिपोर्ट क़ानून की दफ़ा 23 के मुताबिक़ मर्कज़ी काबीना को रवाना की जाएगी जो रिपोर्ट की बुनियाद पर सदर जम्हूरिया से सिफ़ारिश करेगी। ऐडीशनल सॉलीसिटर जनरल इंदिरा जय सिंह ने भी वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को मकतूब रवाना करते हुए गांगुली की उनके ओहदे से बरतरफ़ी की ख़ाहिश की है।