शुक्रवार का दिन यमुनानगर के लिए ऐतिहासिक रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बूड़िया कस्बे की एक लड़की से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये बातचीत की। इस बातचीत में जहां प्रधानमंत्री ने लड़की से कईं सवाल किए वहीं मुस्लिम समुदाय से संबंध रखने वाली इस लड़की ने प्रधानमंत्री को ईद की मुबारकबाद दी। यमुनानगर के बूड़िया कस्बे में केंद्र सरकार द्वारा स्थापित कॉमन सर्विस सेंटर की इंचार्ज मिस्बा हाशमी के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। जब उन्हें पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करेंगे।
इसके लिए जिला सचिवालय में विशेष व्यवस्था की गई। इस बातचीत में सबसे पहले मिस्बा हाशमी ने प्रधानमंत्री को ईद की मुबारकबाद दी, जिसे प्रधानमंत्री ने कबूल करते हुए मिस्बा को भी ईद की मुबारकबाद दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने उनका नाम पूछा। इस पर मिस्बा हाशमी ने अपना परिचय दिया। इसके बाद मिस्बा हाशमी ने कहा कि वह बूड़िया गांव (हरियाणा) से बात कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि आज हमारे देश के गौरव व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने का मौका मिला। यह सौभाग्य इसलिए मिला क्योंकि वह एक सीएससी उधमी हैं। मिस्बा ने कहा कि शायद वह कहीं नौकरी करती तो यह सौभाग्य न मिलता। ‘इसके लिए मैं आपका तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूूं और दुआ करती हूूं कि आपको लंबी उम्र दे और आप ऐसे ही देश के लिए काम करते रहे।’
प्रधानमंत्री ने इसके लिए हाशमी का धन्यवाद किया। हाशमी ने कहा कि सीएससी ने मुझे एक अलग पहचान दी है इसके माध्यम से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रमों में भाग लेने का मौका मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या विशेषताएं है सीएससी की, देश जानना चाहता है। इस पर हाशमी ने बताया कि सीएससी सेंटर में सरकार की सभी सुविधाएं गांववासियों को उपलब्ध करवा रही हूं। प्रधानमंत्री ने पूछा कि आपके गांव में कितनी जनसंख्या है। हाशमी ने बताया कि करीब 10 हजार। यहां पर बैंक की सुविधा है। पेंशन बांटी जाती है। पैसे जमा करवाए जा सकते हैं। उन्हें निकलवाया जा सकता है। इंश्योरेंस की राशि भी जमा करवाई जाती है। इसके लिए इलाके के लोगों को बहुत फायदा हुआ और वह आपके बहुत शुक्रगुजार हैं कि उन्हें ऐसी सर्विस दी है।
हिम्मत के साथ आगे बढ़ रही है हाशमी : पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका क्रेडिट देश की इस बिटिया को जाता है, जिसने सरकारी नौकरी ढूंढ़ने की बजाय यह कार्य स्वीकार किया। वह हिम्मत के साथ आगे बढ़ रही है और गांव को भी आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए गांव व हरियाणा वासियों को बहुत बहुत बधाई देते हैं।