गाजा से रविवार तड़के अपने ऊपर दागे गए रॉकेट्स के जवाब में इस्राइल ने पलटवार करते हुए लगातार हवाई हमले किए। इसी के साथ दोनों पक्षों के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ जाने का खतरा पैदा हो गया है।
गाजा के अधिकारियों के मुताबिक शनिवार से बढ़े तनाव में इस्राइली हमलों में कम से कम 6 चरमपंथियों सहित 16 फिलीस्तीनी नागरिक मारे गए। वहीं, इस्राइल ने एक बच्चे एवं उसकी गर्भवती मां के मारे जाने के गाजा की रिपोर्ट को गलत बताया है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले में 14 माह के बच्चे एवं उसकी गर्भवती मां के साथ ही 2 फिलीस्तीनी व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 40 लोग घायल हुए। राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने ट्वीट किया, ‘गाजा में अनाडोलु एजेंसी के कार्यालय पर हुए इस्राइली हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं।’
We strongly condemn Israel’s attack against Anadolu Agency’s office in Gaza.
Turkey and Anadolu Agency will continue to tell the world about Israeli terrorism and atrocities in Gaza and other parts of Palestine despite such attacks.
— Recep Tayyip Erdoğan (@RTErdogan) May 4, 2019
एर्दोगान फिलीस्तीनी मामले के समर्थक हैं। वहीं विदेश मंत्री मेवलट कावुसोगलु ने कहा कि आम नागरिकों के खिलाफ हुए ये हमले ‘मानवता के विरुद्ध अपराध हैं।’ गोलाबारी जारी रहने के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहु ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ विचार-विमर्श किया।
अमेरिका ने कहा, इस्राइल की जवाबी कार्रवाई को समर्थन
हमास के सहयोगी इस्लामिक जिहादी ने एक बयान में कुछ रॉकेट दागे जाने की जिम्मेदारी ली और कहा कि वह और रॉकेट दागने के लिए तैयार हैं।
मिस्र एवं संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी स्थिति को शांत करने को लेकर चर्चा कर रहे हैं जबकि यूरोपीय संघ ने गाजा से फौरन रॉकेट दागना बंद करने को कहा है। अमेरिका ने इस्राइल पर गाजा चरमपंथियों के रॉकेट हमलों की निंदा की और कहा कि वह ‘इन घृणित हमलों के खिलाफ आत्मरक्षा के उसके अधिकार’ का पूर्ण समर्थन करता है।