गिरगिट की तरह रंग बदलती बीजेपी और आरएसएस कर रही दलितों से हमदर्दी का ढोंग

उत्तर प्रदेश: बीजेपी के सत्ता में आने के बाद लगातार दलित सुमदाय और मुस्लिम समुदाय के साथ हो रहे बुरे बर्ताव और जुल्मों को लेकर बीजेपी लगातार चर्चा में बनी रही है जिसका विरोध ये समुदाय और विपक्षी दल भी अब खूब कर रहे हैं। अपनी इज्जत बचाने के लिए दलितों पर गौरक्षकों के बढ़ रहे आतंक को लेकर तो हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी भी दलित समुदाय का पक्ष लेकर घड़ियाली आंसू बहाते पाए गए चाहे ये सब उन्होंने लोगों को दिखाने के लिए एक ढोंग ही रचा हो। मोदी की राह अपनाते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी अपने आगरा प्रवास के आखिरी दिन एक दलित कार्यकर्ता के घर भोजन करने पहुंच गए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ आगरा के केशव कुंज में रहने वाले जूता व्यवसायी राजेंद्र चौधरी के घर मोहन भागवत करीब 45 मिनट रहे और परिवार के लोगों के साथ भोजन किया और इस दौरान उनके साथ संघ के कई पदाधिकारी मौजूद थे।

गौरतलब है कि 2 दिन पहले आगरा में ही मोहन भागवत ने कहा था कि बीजेपी और आरएसएस अलग-अलग है और दोनों का आपस में कोई रिश्ता नहीं है। जबकि कार्यक्रम के दौरान उन्‍होंने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए ‘हमारी सरकार’, बीजेपी सरकार’ और ‘मोदी सरकार’ के खूब नारे लगाए। आप देख सकते हैं कि किस तरह बीजेपी और आरएसएस अपने रंग बदलने में माहिर है। जब इन्होंने भांपा कि दलितों के प्रति इनकी छवि बिगड़ने लगी तो कैसे ये दलितों के हित में होने का ढोंग रचने लग गए। गौरतलब है कि गुजरात के ऊना में दलितों की पिटाई जैसे मामलों के चलते बीजेपी पर दलित विरोधी होने के आरोप लगने लगे हैं।