गुजरात के एक गांव में दलितों के लिए पानी नहीं

गुजरात में दलितों के साथ भेदभाव की एक और घटना सामने आई है। । मीडिया रिपोर्टस के मुुताबिक मेहसाणा जिले के बेचाराजी गांव में आज भी दलितों को बिना अपमान के पीने का पानी नसीब नहीं होता है। इस 20 हजार आबादी वाले गांव में 200 दलित परिवार रहते हैं। जिन्हे हर रोज घंटो इंतजार करने के बाद पानी मिलेगा या नहीं कुछ पता नहीं है। दलितों को पानी भरने के लिए कुए के पास घंटो इंतजार करना पड़ता है। अगर कोई दयावान इंसान आ जाता है तो इन्हें पानी मिल जाता है वरना खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ता है।

बता दें कि यह गांव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री आंनदीबेन पटेल के गृह जिले में पड़ता है। इस मामले के बारे में गांव की एक दलित महिला ने बताया है कि, पानी के लिए सबसे पहले अपना नंबर लगाने के बाद भी हमें पानी के लिए घंटे इंतजार करना पड़ता है। उच्च जाती की महिलाओं के सामने गिड़गिड़ाना पड़ता है या फिर किसी दयालु महिला का इंतजार करना पड़ता है।

नारदा न्यूज के बात करते हुए एक दलित महिला ने आगे बताया कि, इतना अपमान सहने के बाद उच्च जाती की महिला हमारे बर्तनों में ऊंचाई से पानी डालती है ताकि उनके बर्तन अपवित्र न हो जाए। इस मामले में गांव के सरपंच कनुभाई के पिता ने कहा है कि, दलितों को कुएं से पानी लेने की अनुमति नहीं है। दलितो को कुए से पानी नहीं देने की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है हम लोग इसे आगे भी मानते रहेंगें।