गुर्दे की पथरी और पेशाब रुकने का ईलाज

* गुर्दे में पथरी हो तो सूरा अराफ की आयत 57 व होवल लज़ी से तज़क्करुन तक रोज़ाना २१ बार पढ़ कर पानी पर दम करके पीते रहें। इलावा अज़ीं चुक़ंदर का रस दिन में तीन बार, शहद में स्याह ज़ीरा, ज़ाफ़रान और कलौंजी मिलाकर सालन का चमचा भर निहार पेट चाटिए। नारीयल का पानी पीजिए और दिन में तीन बार मूली का रस इस्तेमाल कीजिए। इंशाअल्लाह तआला गुर्दे की पथरी पेशाब के ज़रीया निकल कर पंद्रह दिन में आराम मिल जाएगा।

 

* सूरा वाक़िया की आयात 5,6 तश्तरी पर लिख कर पिलाने से पेशाब आना शुरू हो जाएगा। इसके साथ साथ सूरा अलम नशरह भी लिखिए। इंशा अल्लाह तआला इन दो तरीक़ों को लिख कर पीने से पेशाब जारी हो जाएगा | (मुहम्मद रज़ी उद्दीन मुअज़्ज़म)