चंद्रा बाबू नायडू के लेटर में लफ़्ज़ों का हेरफेर

तेलंगाना के कांग्रेस रुक्न पार्लियामेंट पूनम प्रभाकर ने कल तेलंगाना पर तेलूगूदेशम के मौक़िफ़ का ख़ैरमक़दम किया था और टी आर एस को बंद से दस्तबरदार होजाने का मश्वरा दिया था, मगर आज उन्हों ने अपने दोनों बयानात से इन्हिराफ़ करते हुए कहा कि मीडीया ने तेलंगाना के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लियामेंट के बयानात को ग़लत अंदाज़ में पेश किया है।

आज सी एल पी ऑफ़िस असेंबली में प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए मिस्टर पूनम प्रभाकर ने कहा कि सदर तेलूगूदेशम चंद्रा बाबू नायडू ने तेलंगाना के ख़िलाफ़ ना होने का बयान दिया है, ताहम तेलंगाना की ताईद में होने का भी कोई बयान नहीं दिया। अगर सदर तेलूगूदेशम अलहदा रियासत की तशकील के हक़ में हैं तो उन्हें तेलंगाना मसला का खुल कर सामना करना चाहीए, अलफ़ाज़ के हेरफेर से अवामको धोका नहीं देना चाहीए।

उन्हों ने वाई ऐस आर कांग्रेस की जानिब से तेलंगाना पर कोई राय पेश ना करने की मुज़म्मत करते हुए कहा कि जगन मोहन रेड्डी ने पार्लियामेंट में मुत्तहदा आंधरा का प्ले कार्ड दिखाया था, जब कि कुल जमाती इजलास में शरीक होने वाले वाई ऐस आर कांग्रेस के दोनों नुमाइंदों ने अपनी कोई राय ज़ाहिर नहीं की।

उन्हों ने वाई ऐस आर कांग्रेस के क़ाइद के के महिन्द्र रेड्डी की जानिब से तेलंगाना के कांग्रेस अरकान-ए-पार्लियामेंट पर तहज़ीब से नावाक़िफ़ होने के रिमार्कस की सख़्त मुज़म्मत की।