चारमीनार बहुत जल्द गिर‌ जाएगा

हैदराबाद: हैदराबाद की पहचान 425 वर्षीय‌ ऐतिहासिक यादगार चारमीनार से है लेकिन अब इस ऐतिहासिक इमारत को मौजूदा एक ख़तरे का सामना है । इस के क़रीब में ज़मीन पाइप लाईन्ज़ से चारमीनार को ख़तरा है ।पुरातात्विक विभाग (एसआई) ने एक ख़तरे की निशानी की है और ये ख़तरा वो पाइपलाइन का काम जो ऐतिहासिक इमारत से सिर्फ 20 मीटर की सीमा में निर्माणाधीन है।

सुप्रिटेंडेंट‌ पुरातात्विक मिलन कुमार चावला ने नुक़्सान के बारे में ग्रेटर हैदराबाद म्यूनसिंपल कारपोरेशन कमिशनर से इस बारे में कहा है जो मौजूदा काम की वजह से चारमीनार को ख़तरा है। उन्होंने कहा है कि ऐतिहासिक इमारत के लिए पाइपलाइन का काम बहुत ख़तरनाक हो सकता है क्योंकि भविष्य में ये लाईन नू1 फुट गहिरा हुआ करता था लेकिन मौजूदा काम चारमीनार से 20 मीटर के फ़ासले में दो 3 फुट क़तर पाइपलाइनों को 6۔7 फ़ीट की गहराई से किया गया है।

मिस्टर चावला ने कहा कि पाइपलाइनों से उत्सर्जन की आशंका रहती है और यह चारमीनार के लिए भविष्य में गंभीर नुकसान का कारण है। मिस्टर चावला ने ऐतिहासिक यादगारों का हवाला देते हुए कहा कि यादगार इमारत एक चूना, पत्थर और मार्टर की साख़त है और ज़मीन के नीचे पानी की खुदाई का नतीजा ये होगा की भविष्य‌ में इस ऐतिहासिक इमारत को अंदरूनी तौर पर नुक़्सानात का सामना होगा।