चिदम़्बरम तनाज़ा पर मनमोहन सिंह से परनब मुकर्जी की हंगामी मुलाक़ात

बैरूनी सरज़मीन पर क़ौमी क़ाइदीन को 2G अस्क़ाम के तआक़ुब का सामना
न्यूयार्क में एक घंटा तवील इजलास तबसरा से वज़ीर फ़ीनानस का गुरेज़ क़ानूनी माहिरीन से राय लेने का फ़ैसला
ज़हीरउद्दीन अली ख़ान
न्यूयार्क। 25 – सितंबर । वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह और वज़ीर फ़ीनानस परनब मुकर्जी ने मुल्क में जारी 2G असपकटरम अस्क़ाम तनाज़ा में शिद्दत के पेशे नज़र बैरूनी सरज़मीन पर आज ग़ैरमामूली मुलाक़ात की जिस में दोनों क़ाइदीन ने तक़रीबन एक घंटे तक तबादला-ए-ख़्याल करते हुए इस मसला से निमटने के तरीक़ों का जायज़ा लिया । बादअज़ां मिस्टर परनब मुकर्जी ने प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि वज़ीर फ़ीनानस की तरफ़ से मिस्टर पी जद मुबर्रम के बारे में किए गए बाअज़ मुतनाज़ा रिमार्कस पर क़ानूनी माहिरीन से राय ली जाएगी । मिस्टर मुकर्जी ने मिस्टर पी चिदम़्बरम को अपना एक इंतिहाई काबिल-ए-क़दर रफ़ीक़ कार क़रार दिया और कहा कि वज़ीर-ए-दाख़िला के इलावा वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद और दूसरों से बातचीत के बाद ही वो इस मसला पर कोई तबसरा करसकते हैं। उन्हों ने कहा कि वो इस ज़िमन में तमाम मुताल्लिक़ा दस्तावेज़ात और मुरत्तिब होने वाले क़ानूनी असरात का बग़ौर जायज़ा लेंगे। वाज़िह रहे कि मिस्टर परनब मुकर्जी ने वाशिंगटन में अपनी बेपनाह मसरुफ़ियात को जल्द मुकम्मल करते हुए वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुलाक़ात के लिए न्यूयार्क पैलेस होटल पहूंचे थे । एक मरहला पर उन्हों ने एक रिपोर्टर को डांट दिया जिस ने इस बात को मल्हूज़ रखे बगै़र कि बैरूनी सरज़मीन पर क़ौमी उमूर पर तबसरा नहीं किया जा सकता । इस मसला पर तफ़सीलात मालूम करने की कोशिश की थी । मिस्टर परनब मुकर्जी ने इस रिपोर्टर के सवाल पर झुँझलाते हुए दरयाफ़त किया कि में कोई मफ़रूर शख़्स नहीं हूँ ? मैं हमेशा के लिए मलिक छोड़कर बाहर नहीं आया हूँ हिंदूस्तान के बाहर रहते हुए आख़िर किस लिए में अपने मलिक के क़ौमी मसाइल पर तबसरे करों । मैं जानता हूँ कि आप के पास लामतनाही सवालात होसकते हैं और मैं आप को इन तमाम सवालात पर मुतमइन करने के लिए यहां नहीं आया हूँ मिस्टर मुकर्जी ने ताहम कहा कि तमाम दस्तावेज़ात का जायज़ा लेना होगा और इस के क़ानूनी असरात-ओ-अवामिल का पता चलाना होगा । आर टी आई के ज़रीया वज़ारत फ़ीनानस की तरफ़ से जारी एक नोट पर पैदा शूदा तनाज़ा के दरमयान मिस्टर मुकर्जी ने डाक्टर मनमोहन सिंह से ये मुलाक़ात की थी । आर टी आई रिपोर्ट के मुताबिक़ वज़ारत फ़ीनानस ने अपने नोट में कहा था कि मिस्टर चिदम़्बरम बहैसीयत वज़ीर फ़ीनानस 2G असपकटरम पर तख़सीसात में होने वाले अस्क़ाम को रोक सकते थे और वो 2001 की क़ीमतों पर असपकटरम की फ़रोख़त इजाज़त ना दिए होते थे । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने मिस्टर चिदम़्बरम पर अपने भरपूर एतिमाद का इज़हार किया है। गुज़शता रोज़ ही उन्हों ने रेमार्क किया था कि तमाम वुज़रा को इन का एतिमाद हासिल है । ताहम मिस्टर चिदम़्बरम ने कहा है कि वो किसी तबसरा केलिए वज़ीर-ए-आज़म और वज़ीर फ़ीनानस की वतन वापसी का इंतिज़ार करेंगे। परनब मुकर्जी ने कहा कि उन्हें इस मसला पर तफ़सीलात का इलम नहीं है सिर्फ वज़ारत फ़ीनानस के हासिल करदा काग़ज़ का एक पुर्ज़ा है जो आर टी आई के ज़रीया दस्तयाब हुआ है जिसे अदालत में पेश किया गया है । मिस्टर मुकर्जी ने कहा कि मेरे काबिल-ए-क़दर साथी चिदम़्बरम और वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद से बातचीत के बगै़र वो इस मसला पर कुछ नहीं कह सकते । उन्हों ने कहा फ़िलहाल वो सिर्फ यही कह सकते हैं कि ये मसला ज़ेर तसफ़ीया है और में कोई वकील नहीं हूँ । बल्कि मुझे माहिरीन क़ानून की राय लेना होगा । इन हालात में इस मसला पर कोई तबसरा कर देना मेरे लिए मुनासिब ना होगा । मीडीया के नुमाइंदों से मुख़ातब होते हुए मिस्टर परनब मुकर्जी ने कहाकि में आप को कोई ज़मीन दहला देने वाली मालूमात फ़राहम नहीं कर रहा हूँ माफ़ कीजिए इस से ज़्यादा में और कुछ नहीं कह सकता ।