चुनाव लड़ेंगे IAS टॉपर शाह फैसल और शेहला राशिद, ज्वॉइन करेंगे नेशनल कांफ्रेंस?

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद राज्यपाल शासन लगा हुआ है और अगले साल राज्य में लोकसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने चुनावी समीकरण बनाने में जुटी हुई हैं।

ऐसे में एक बड़ी खबर ये सामने आई है कि कश्मीर के पहले आईएएस टॉपर शाह फैसल और जेएनयू की छात्र नेता शेहला राशिद सक्रिय रूप से राजनीति में आ सकते हैं और इतना ही नहीं दोनों जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस जॉइन कर सकते हैं।

नेश्नल कॉन्फ्रेंस जॉइन कर सकते हैं शेहला राशिद और शाह फैसल
वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त के एक ट्वीट की वजह से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं। बुधवार को बरखा दत्त ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘कहा जा रहा है कि शाह फैसल और शेहला राशिद कश्मीर से अगला चुनाव लड़ सकते हैं।

दोनों औपचारिक तौर पर उमर अब्दुल्ला और नेशनल कांफ्रेंस को ज्वाइन करने के बाद चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। मेरी व्यक्तिगत राय में जम्मू-कश्मीर में जितनी ज्यादा संख्या में नए और युवा चेहरे राजनीति में आएंगे वह उतना ही अच्छा रहेगा। फिर चाहे वह किसी भी पार्टी में शामिल क्यों न हों।’

आपको बता दें कि आईएएस अधिकारी शाह फैसल और शेहला राशिद के सक्रिय रूप से राजनीति में आने की खबरें काफी समय से मीडिया में आती रही हैं, लेकिन बरखा दत्त के ट्वीट से इन अटकलों को और हवा मिल गई है। इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ के नेता रहे कन्हैया कुमार के भी राजनीति में आने की खबरें आती रही हैं। कहा तो ये भी जाता है कि कन्हैया कुमार 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से कर रहे हैं।

आपको बता दें कि शेहला राशिद तो जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। यूनिवर्सिटी कैंपस में हाल में हुए प्रदर्शन में उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं कई मौकों पर शेहला ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और आंदोलन में हिस्सा लिया है।

वो अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। वहीं शाह फैसल 2010 में सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर रहे हैं। वो जम्मू-कश्मीर के पहले IAS टॉपर थे।

फिलहाल वो विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शाह फैसल ने हाल ही में देश के अंदर रेप की घटनाओं को लेकर एक बयान दिया था, जिसकी वजह से वो काफी विवादों में रहे थे। उन्होंने हिंदुस्तान को ‘रेपिस्तान’ करा दिया था। बता दें कि चुनाव लड़ने के लिए शाह फैसल को पहले अपने पद से इस्तीफा देना होगा।