चेतावनी: CM नीतीश के सामने शिक्षक अभ्यर्थी 10 दिसंबर को करेंगे आत्मदाह

कटिहार : बिहार की शिक्षा व्यवस्था और शिक्षक अभ्यार्थिओं के साथ हो रहे अन्याय से तंग आकर शिक्षक अभ्यार्थिओं ने 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री के कटिहार दौरे पर आने पर उनके समक्ष आत्मदाह करेंगे. हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद नियोजन नहीं होने के कारण मुख्यमंत्री के समक्ष आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. इससे पूर्व शिक्षक अभ्यर्थी सात दिसंबर से समाहरणालय के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठकर अपने आंदोलन का आगाज करेंगे.

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प्रभात खबर के अनुसार, शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि कदवा, आजमनगर, बलरामपुर में रिक्ति होने के बावजूद तथा हाइकोर्ट के आदेश होने पर भी शिक्षा विभाग की ओर से नियोजन नहीं किया जा रहा है.इसके कारण हमें आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. शिक्षक अभ्यर्थियों की आत्मदाह की खबर से प्रशासनिक महकमे के साथ-साथ शिक्षा विभाग के आला अधिकारी की भी नींद उड़ गयी है.
उच्च न्यायालय पटना में दायर 858/2012 में पारित आदेश में कहा गया है कि प्रखंड नियोजन इकाई आजमनगर, कदवा, बलरामपुर में नियोजन किया जाना है. शिक्षक नियोजन नियमावली 2008 के अनुरूप ही किया जाना है. वहीं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के ज्ञापांक 09 सितंबर 2012 की कंडिका तीन में स्पष्ट किया गया है कि पूर्व की रिक्ति(विवादित) रिक्ति को छोड़कर नियमानुसार नियोजन की कार्रवाई की जाये अर्थात टीइटी में सीट गणना की जाये एवं नियोजन की जाये.

डीइओ के पत्रांक 107 स्थापना शिक्षा 25 फरवरी 2015 निदेशक प्राथमिक शिक्षा से उक्त तीनों प्रखंड में नियोजन करने का आदेश हेतु मार्गदर्शन की मांग की गयी थी. मांगे गये मार्गदर्शन के आलोक में प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने अपने पत्रांक 435 दिनांक 17.04.2015 के द्वारा जवाब में यह कहा कि तत्कालीन प्रवृत नियमावली निरस्त हो चुकी है. वर्तमान में प्रवृत नियमावली के आलोक में नियोजन की कार्रवाई की जा रही है.

शिक्षक अभ्यर्थी अभ्यर्थियों ने बताया कि नियोजन का कार्य अविलंब पूर्ण करने का आदेश दिया जाये अन्यथा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के साथ-साथ कटिहार आगमन पर मुख्यमंत्री के समक्ष दस दिसंबर को आत्मदाह कर लेंगे.