छोटा राजन हिन्दुस्तान मुंतक़िल तिब्बी हालत बेहतर

नई दिल्ली 07 नवंबर: अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सी बी आई अफ़िसरों की ज़ेरे क़ियादत जवाइंट टीम ने इंडोनेशियाई सयाहती शहर बाली से यहां लाया, जिसे दिल्ली और मुंबई में क़त्ल, जबरी वसूली और ड्रग स्मगलिंग के ज़ाइद अज़ 70 केसों में मुक़द्दमा बाज़ी का सामना करना होगा।

55 साला ग़ुंडा जिसका असल नाम राजेंद्र सदाशीव है, 27 साल मफ़रूर रहने के बाद मुल्क बदरी पर फ़िज़ाईया के गल्फ़ एस्ट्रियम। III तैयारे के ज़रीये 7 रुकनी टीम के हमराह पहुंचा हैं। सी बी आई तर्जुमान ने कहा कि राजन तिब्बी तौर पर फिट है और कोई डायलिसिस की ज़रूरत नहीं। ये बयान उस पसे मंज़र में सामने आया है के हुकूमत महाराष्ट्रा ने एसी इत्तेलाआत पर डायलिसिस के लिए इंतेज़ामात किए थे कि राजन के गुर्दे मुनासिब तौर पर काम नहीं कर रहे हैं।

छोटा राजन से इबतेदाई दौर की पूछताछ की गई। सिक्योरिटी अंदेशों के सबब राजन जिसने बताया जाता है दाऊद इबराहीम और इस के मददगारों की नक़ल-ओ-हरकत के ताल्लुक़ से हिन्दुस्तानी सिक्योरिटी इदारों को इत्तेलाआत दिए, उसे एसा इमकान नहीं के दिल्ली की किसी अदालत को ले जाया जाएगा और इस की बजाये राजन के रीमांड के लिए किसी मजिस्ट्रेट को सी बी आई हैडक्वार्टरस को लाया जाएगा।

फोटोग्राफर्स  बेचैनी से छोटा राजन की आमद का इंतेज़ार कर रहे थे लेकिन उन्हें अंडरवर्ल्ड डॉन की एक झलक देखना भी नसीब नहीं हुई। वो बत्तीयों वाली गाड़ीयों में से एक में रखा गया था। तमाम गाड़ीयों के शीशे भी सियाह कर दिए गए थे। बाली में राजन ने मीडीया से कहा था कि उसे हिन्दुस्तान वापसी पर इंतेहाई ख़ुशी है।