जाट हिंसा: मरुथल में महिलाओं के साथ हुआ था दुराचार- रिपोर्ट

चंडीगढ़। जाट हिंसा के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ दुराचार हुआ था। यह बात प्रकाश सिंह कमिटी ने मुरथल में सुखदेव ढाबे के मालिक अमरीक सिंह के बयान के आधार पर कही है। सोमवार को मुरथल केस की पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी ने यह दावा किया है।

इस केस में अदालत की मदद के लिए नियुक्त एमीकस क्यूरी अनुपम गुप्ता के मुताबिक सुखदेव ढाबे के मालिक ने कमिटी के सामने मान लिया था कि हिंसक जाट आंदोलन के दौरान कुछ महिलाओं के साथ दुराचार की घटनाएं हुई थी।

हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा और इसमें अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका की जांच करने वाली प्रकाश सिंह कमिटी ने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में हाई कोर्ट में पेश की। अदालत ने रिपोर्ट को पढ़े बिना सरकार को लौटा दिया।

कोर्ट में एमीकस क्यूरी और सरकारी वकील के बीच तीखी बहस हुई। कोर्ट की मदद के लिए नियुक्त एमीकस क्यूरी अनुपम गुप्ता ने दावा किया है कि सुखदेव ढाबा के मालिक अमरीक सिंह ने कमिटी के सामने यह बात मानी थी कि कुछ महिलाएं लगभग निर्वस्त्र हालत में ढाबे पर पहुंचीं। उन्हें हमने खाना और कपड़े दिए। इसी दौरान हरियाणा पुलिस की टीम अचानक आई और आसपास से गुजर रहे यात्रियों के साथ ढाबे से दूर ले गई।