जामिआ निज़ामीया हैदराबाद इलम-ए-दीन का मज़बूत क़िला

हैदराबाद३0 जुलाई (प्रैस नोट) हज़रत मौलाना हाफ़िज़ मुहम्मद अबदुल्लाह क़ुरैशीअज़हरी नायब शेख़ इलजा मआ निज़ामीया ने अपने सहाफ़ती ब्यान में कहा कि जामिआ निज़ामीया को आज से 141 बरस पहले उस्ताज़ सलातीन दक्कन आरिफ़ बिल्लाह हज़रत मौलाना हाफ़िज़ मुहम्मद अनवार अल्लाह फ़ारूक़ी रहमता अल्लाह ने क़ायम फ़रमाया। ये जामिआ मिल्लत-ए-इस्लामीया की दीनी रहबरी का काम अंजाम दे रहा है।

एक सदी से ज़्यादा किसी दीनी दरसगाह का सरगर्म अमल रहना कोई मामूली बात नहीं ही। जामिआनिज़ामीया एक इक़ामती जामिआ ही, जहां एक हज़ार से ज़ाइद तालिबान इलम की तालीम का इंतिज़ाम ही, जिस में पाँच 700 तलबा-ए-इक़ामती हैं। इन तलबा-ए-केलिए क़ियाम-ओ-ताम के इलावा ईलाज-ओ-मुआलिजा और लिबास का बलामावज़ा इंतिज़ाम ही। जामिआनिज़ामीया का सालाना मुवाज़ना तक़रीबन दो करोड़ रुपय है जो मिल्लत-ए-इस्लामीया के दर्दमंदों की इआनत से पूरा किया जाता है।

जामिआ निज़ामीया के दारालाफ़ता-ए-से मिल्लत-ए-इस्लामीया के दीनी मसाइल में रहबरी की जाती है और इस जामिआ के फतावीकुमलक की अदालतें तस्लीम करती हैं। दारालाफ़ता-ए-जामिआ निज़ामीया का ई मेल नंबर fatw@jamianizamia.org है। फ़रमान अलहाई है कि हर बड़ी क़ौम में ऐसे उल्मा पैदा हूँ जोक़ौम के अफ़राद के अहकाम अलहाई से वाक़िफ़ कराते रहीं। चुनांचे जामिआ निज़ामीया से अब तक लाखों की तादाद में उल्मा फ़ारिग़ हुए और सारे आलम में दीन इस्लाम की ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं। लडकियो की आला तालीम के लिए कलीता अलबनात क़ायम किया गया है।

जामिआ निज़ामीया उलूम इस्लामीया का एक मज़बूत क़िला ही। यहां के उल्मा बगै़र किसी नाम-ओ-नमूद के इलम-ए-दीन की इशाअत और मिल्लत-ए-इस्लामीया की दीनी रहबरी में मसरूफ़ हैं। रमज़ान उल-मुबारक के मसऊद मौक़ा पर ज़कात-ओ-अतयात से मुस्तहकम करें। चैक और ड्राफ़्ट पर जामिआ निज़ामीया हैदराबाद तहरीर फ़र्माकर रवाना करें। नीज़ जामिआ निज़ामीया में सुबह 7 बजेता शाम 6 बजे वसूली ज़कात काइंतिज़ाम किया गया है या फिर फ़ोन नंबर 24416847 , 24503267 , 24576772 परमतला करें तो कारकुन आकर वसूली का काम अंजाम देंगी