जायदाद को लेकर कानूनी जंग से बचने के लिए RK स्टुडियो को बेचने का फैसला लिया गया- ऋषि कपूर

70 साल पुराना आरके स्टूडियो बिकने वाला है। यह स्‍टूडियो मुंबई के चेंबूर इलाके में 2 एकड़ के एरिया में फैला हुआ है। राज कपूर ने 1940 में इस स्टूडियो को उस वक्त बनाया था जब उन्होंने अपनी फिल्में बनानी शुरू की थी। 1988 में राज कपूर की मौत के बाद से अबतक से लेकर अब तक उनके इस स्‍टूडियो को उनका परिवार ही चला रहा था।

ऋषि कपूर के हवाले से यह भी कहा गया है कि भविष्य में बच्चों के बीच जायदाद को लेकर कानूनी जंग से बचने के लिए भी यह फैसला किया गया है। ऋषि कपूर ने कहा, ‘हमने अपने दिलों पर पत्थर रखे हैं। छाती पर पत्थर रख कर, सोच समझ कर फैसला लिया है।’

जानकारी के मुताबिक कपूर परिवार ने फिलहाल स्टूडियो बेचने के लिए कोई डेडलाइन सेट नहीं की गयी है, लेकिन कपूर परिवार ने प्रॉपर्टी के जानकारों की एक टीम को यह काम सौंप दिया है, जो मुंबई के चैम्बूर इलाक़े में 2 एकड़ में फैले स्टूडियो की क़ीमत का आंकलन करके रियल एस्टेड कारोबारियों, डेवलपर्स और कॉर्पोरट घरानों से संपर्क करके सौदा करेगी।

खबरों के मुताबिक कपूर परिवार ने यह फैसला पूरे सोच-विचार के साथ लिया है। राज कपूर के तीनों बेटे रणधीर कपूर, ऋषि कपूर और राजीव कपूर के अलावा दोनों बेटियों रीमा जैन और रितु नंदा की स्वीकृति इसमें शामिल है।