जिला में मुस्लिम बच्चों का मुसलसल क़त्ल, कोई साजिश तो नहीं ?

नवादा : जिला के मुख्तलिफ ब्लॉक व सदर में चार से पांच साला बच्चों का क़त्ल का मामला दिन ब दिन उलझता जा रहा है जिसके सबब अवाम में खौफ व दहशत का माहौल पाया जा रहा है. काबिले ज़िक्र है की गुजिश्ता दिनों माह दिसंबर के आखिर में मोहम्मद शमशाद हुसैन की बच्ची बुशरा का क़त्ल करके लाश को दरवाजे पर फेंक दिया गया. इसके बाद 22 दिसंबर 2015 से गायब रोह ब्लाक के मोहम्मद अयूब की बच्ची कायनात का अगवा और क़त्ल करके लाश को 6 जनवरी को खलीफा टोला में मदरसे के नजदीक फेंक दिया गया था और अब तीसरा और दर्दनाक वाकिया जो पकरी ब्लाक के तहत धमुल थाना के गलनी कलां का है जहाँ मोहम्मद सगीर का बेटा दानिश का गला रेत करके क़त्ल करने का अफसोसनाक वाकिया पेश आने के सबब नवादा जिला के अवाम खुसूसन अक्लियती तबके के लोगन में खौफ व हरास पाया जा रहा है. क्योकि सभी का ताल्लुक मुसलामानों से ही है.

वाज़ेह हो के तमाम बच्चों की उम्र चार से छ साल के दर्मियान बताई जा रही है जो वाकेई फिक्र की बात है. खबर के मुताबिक न्यू मोहल्ला अंसार नगर से भी तकरीबन 12 साला एक बची 7 दिनों से गायब है जिसका नाम मुस्कान उर्फ़ गुडिया बताया गया है और वालिद का नाम मरहूम आलम 5 जनवरी से अब तक गायब है अकबरपुर थाना में FIR दर्ज करा डी गयी बच्ची स्कुल के तल्बा है. इन ख्यालात का इज़हार जनता दल यू रहनुमा व समाजी व मिल्ली कारकुन और शेखपुरा के हामिद मुखिया ने अफसोस का इज़हार करते हुए इस एक सोंची समझी साजिश बताते हए पुलिस व इंतेजामिया से मुतालिबा किया है की इस पर बर वक़्त नोटिस ली जाय ताकि आईंदा कोई नाखुशगवार वाकिया पेश ना आये। उन्होंने बताया की अब तक पुलिस ने कोई खातिर ख्वाह कार्रवाई नहीं की और तमाम तर हक़ायक़ के बावजूद मुजरिम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जिसके सबब अवाम को पुलिस से एतमाद उठता जा रहा है। जबकि धमुल थाना रोह थाना और नवादा के पुलिस ने ये यकीन दिहानी कराई की हकीकत का इन्कशाफ करने के लिए पुलिस सरगर्म नज़र आ रही है. पुलिस के तहकीक के बाद कार्रवाई की जायेगी।