जी ऐच एम सी सर्किल नंबर 4 के तहत आने वाली चंद अहम सड़कों की तौसीअ के लिए इन्हिदामी कार्रवाई का अनक़रीब आग़ाज़ होगा। इस इन्हिदामी कार्रवाई को शफ़्फ़ाफ़ अंदाज़ में और साज़गार माहौल में अंजाम देने के लिए बलदिया की जानिब से नए ओहदेदार की तायनाती अमल में लाई गई है जिन्होंने मुतास्सिरीन से आराज़ीयात और जायदादों के हुसूल की कार्रवाई तेज़ करदी गई है और ये काम तक़रीबन मुकम्मल कर लिया गया है।
जी ऐच एम सी सर्कल नंबर 4के तहत जिन अहम सड़कों की तौसीअ अंजाम दी जा रही है इन में रैन बाज़ार ता मॉर्निंग स्टार होटल ज़ुहरा बी की दरगाह ता रक्षा पोरम बराह हबीब नगर ईदी बाज़ार डी आर डी ईलता मधानी जंक्शन दर दाना होटलता कनदीकल जंक्शन और चंदरायन गट्टा ता पीली दरगाह बराह बारकस शामिल है। मुतास्सिरीन को मुआवज़े की इजराई का सिलसिला जा रही है।
1) रैन बाज़ारता मॉर्निंग स्टार होटल 15 ता फ़ुट की सड़क को 40 फ़ुट तक तौसीअ दी जा रही है। इस रास्ते पर 31जायदादें तौसीअ की ज़द में आरही हैं।
2) ज़ुहरा बी की दरगाह से रक्षा पुरम बराह हबीब नगर ईदी बाज़ार 20 ता 5 फ़ुट की सड़क को कहीं 60 तो कहीं 80 फ़ुट तक तौसीअ दी जा रही है।इस रास्ते पर 329 जायदादें तौसीअ की ज़द में आरही हैं। इस के इलावा डी आर डी एल से मधानी जंक्शन 100 फ़ुट की सड़क को 150फ़ुट चौड़ा किया जा रहा है।
इस मर्तबा यहां 56 जायदादें सड़क की तौसीअ के मंसूबा में शामिल की गई हैं। 4) इसी तरह दर दाना होटल से कनदीकल जंक्शन बुरज की तामीर के लिए दोनों जानिब सड़क को 80फ़ुट तक चौड़ी किया जा रहा है। इस सड़क की मौजूदा चौड़ाई 40फ़ुट है। यहां मुतास्सिरा जायदादों की निशानदेही का काम जारी है
5) चंदरायन गट्टा बुरजता पीली दरगाह बराह बारकस 50 ता फ़ुट की सड़क को फ़ुट तक तौसीअ दी जा रही है। इस सड़क पर35जायदादों की निशानदेही की गई है जिन में से 110 जायदादों को हासिल कर के मुनहदिम किया जा चुका है जबकि बक़ीया 25जायदादों के हुसूल के लिए मुतास्सिरीन को मुआवज़े की अदायगी का अमल जा रही है।
घरेलू तनाज़आत या फिर अदालती उलझनों में घिरे मुआमलात की वजह से बाअज़ मुतास्सिरीन को मुआवज़े की अदायगी ज़ेर अलतवा रखी गई है। इस तरह सर्कल नंबर 4के हुदूद में 5 सड़कों पर जुमला 473 जायदादें इन्हिदामी कार्रवाई की ज़द में आरही हैं ।मुतास्सिरीन को ज़मीन के साथ साथ इस पर मौजूद इमारत का मार्किट की क़ीमत के लिहाज़ से मुआवज़ा अदा किया जा रहा है।।
रैन बाज़ारता मॉर्निंग स्टार होटल हासिल की जा रही है जायदादों के लिए 18हज़ार रुपये फ़ी मुरब्बा गज़ के हिसाब से मुआवज़ा अदा किया जा रहा है।ज़ुहरा बी की दरगाह से रक्षापुर तक हासिल की जा रही जायदादों के लिए मुआवज़ा 10 हज़ार रुपये फ़ी मुरब्बा गज़ के हिसाब से दिया जा रहा है।
डी आर डी एल से मधानी जंक्शन सड़क की तौसीअ के लिए हासिल की जा रही 56जायदादों के लिए मुआवज़े की रक़म फ़ी गज़ 25हज़ार रुपये के हिसाब से अदा की जा रही है। इसी तरह दर दाना होटल ता कनदिकल जंक्शन हासिल की जा रही जायदादों के लिए मुतास्सिरीन को वहां की मौजूदा क़ीमत के हिसाब से मुआवज़ा अदा किया जा रहा है।
इलावा अज़ीं चंदरायन गट्टा बुरज से पीली दरगाह बराह बारकस सड़क की तौसीअ की ज़द में आने वाली जायदादों के लिए 6ता हज़ार रुपय फ़ी मुरब्बा गज़के हिसाब से मुआवज़ा दिया जा रहा है। ताहाल बलदिया की जानिब से मुतास्सिरीन में करोड़ों रुपय मुआवज़े की शक्ल में तक़सीम किए गए हैं।
इन्हिदामी कार्रवाई यक़ीनन एक तकलीफ़देह अमल है लेकिन पुराना शहर के अवाम की सोच में तबदिली और इन में तरक़्क़ी के ताल्लुक़ से बेदार होरहे रुजहान से बलदिया की काफ़ी कुछ मुश्किलें आसान हो गई हैं। इब्तिदा-ए-में सड़कों की तौसीअ के मंसूबे से नाख़ुश अवाम बलदिया की जानिब से तरग़ीब दिए जाने और माक़ूल मुआवज़े की पेशकश के बाद अपनी आराज़ीयात या जायदादों की हवालगी के लिए आगे आरहे हैं जो ख़ुश आइंद बात है।
बताया जाता है कि बलदिया की जानिब से तैनात ओहदेदार मुतास्सिरा अवाम में सड़कों की तौसीअ की अशद ज़रूरत और उसकी एहमीयत के ताल्लुक़ से शऊर बेदार करने के साथ साथ उन्हें माक़ूल मुआवज़े की फ़राहमी के भी इक़दामात कररहे हैं जिस के हौसला अफ़्ज़ा-ए-नताइज बरामद होरहे हैं।
साथ ही साथ हुकूमत को भी चाहिए कि मुतास्सिरीन को माक़ूल मुआवज़े की शक्ल में उनकी बाज़ आबादकारी में मदद करे। ये भी बताया जाता है कि बाअज़ मुतास्सिरीन ने दूर अंदेशी का मुज़ाहरा किया और अवाम की सहूलत को पेशे नज़र रखते हुए अपनी आराज़ीयात रज़ाकाराना तौर बलदिया के हवाले करने की पेशकश की और एक ज़िम्मेदार शहरी होने का सबूत दिया।
महिज़ चंद ऐसे मुतास्सिरीन हैं जिन्होंने पहले अदालत का दरवाज़ा खटखटाया लेकिन फिर उन्हें ये एहसास हुआ कि क़ानूनी उलझनों में फंस कर और वकील की फ़ीस की शक्ल में भारी रक़म ख़र्च करने के बाद भी राहत की कोई सूरत नज़र नहीं आरही है और मास्टर प्लान भी अपने हिसाब से आगे बढ़ रहा है।
ऐसे में लोग फिर से बलदिया से रुजू होकर मुआवज़ा के इव्ज़ अपनी आराज़ीयात की हवालगी से इत्तिफ़ाक़ कर रहे हैं। इनका ये इक़दाम भी दूर अंदेशी से कम नहीं है।ये इन्हिदामी कार्रवाई यक़ीनन चंद अफ़राद के लिए तकलीफ़देह है लेकिन दूर अंदेशी से काम किया जाये तो इस में बहुत से शहरीयों की तकालीफ़ का मुदावा और उन का ख़ुशहाल मुस्तक़बिल पोशीदा है। तारीख़ इस बात की शाहिद है कि आज़ादी तरक़्क़ी और ख़ुशहाली चंद अफ़राद की क़ुर्बानीयों का नतीजा होती है लेकिन इस के समरात और फ़ायदे नसल दर नसल पहुंचते हैं।