जेएनयू का एक और तालिब-इल्म गिरफ़्तार बग़ावत केस में पुलिस की पूछताछ

नई दिल्ली: जवाहरलाल नहरू यूनीवर्सिटी का एक और तालिब-इल्म अशुतोष जोकि बग़ावत केस में पुलिस को मतलूब था, पुलिस का समन हासिल करने के बाद तहक़ीक़ात में शामिल हो गया। अशुतोष जोकि कनहैया कुमार से पहले स्टूडेंटस यूनीयन का सदर था, पुलिस को मतलूब दीगर तलबा-ए-उम्र ख़ालिद और अनीरबीन के साथ रुपोश हो गया था जबकि दीगर तलबा-ए-इतवार की शब यूनीवर्सिटी कैम्पस में मंज़र-ए-आम पर आए थे।

2 तलबाए राम नागा और अनंत कुमार को हुनूज़ पुलिस का समन वसूल नहीं हुआ है जिन्होंने पहले ही पुलिस को मतला कर दिया है कि वो तहक़ीक़ात में शामिल होने के लिए तैयार हैं। कैम्पस में इतवार की शब मंज़र-ए-आम पर आने के बाद दूसरे दिन ख़ालिद और अनरबीन ने ख़ुदसपुर्दगी इख़तियार करली थी।

बग़ावत केस के सिलसिले में पुलिस मज़कूरा 5 तलबाए की तलाश में थी जबकि इस केस में सदर यूनीयन कनहैया कुमार को 12 फरवरी के दिन गिरफ़्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कल पहली मर्तबा कन्हैया कुमार, अनीरबीन को उमर ख़ालिद को आमने सामने बिठाकर पूछ की थी।

पुलिस ने 22 अफ़राद की निशानदेही की है जिन्होंने 9 फरवरी को मुनाक़िदा मुतनाज़ा प्रोग्राम में सरगर्म हिस्सा लिया था और बावर किया जाता है कि अशुतोष, ख़ालिद और अनीरबीन और दीगर तलबाए इस प्रोग्राम के मुंतज़मीन है जहां पर क़ौम दुश्मन नारे बुलंद किए गए थे|