जेएनयू के टीचरों ने पूर्व चांसलर को सौंपी 400 पन्नो की रिपोर्ट

नई दिल्ली: दिल्ली के जेएनयू के 10 टीचरों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में हो रही गतिविधियों की सारी रिपोर्ट जो कि 400 पन्नों की है उसे पूर्व चांसलर को सौपी थी  जिसके बाद भी  जेएनयू प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है। इस रिपोर्ट में बताया  गया है कि जेएनयू में ऐसे बहुत सारे स्टूडेंट्स है  जो अवैध तरीके से हास्टल में रहते हैं। जेएनयू के एक सीनियर टीचर ने यह बताया है कि एक साल पहले जब यह रिपोर्ट सरकार और जेएनयू प्रशासन को सौंपी थी तो इसमें साफ-साफ़ लिखा गया था कि कई जगह देशविरोधी प्रोग्रामों में जेएनयू के कई टीचर और स्टूडेंट शामिल होते हैं और जेएनयू में रिसर्च कर रहे स्टूडेंट अंबा शंकर वाजपेयी का कहना है कि कैंपस और कैंपस के बाहर देशविरोधी गतिविधियों में जेएनयू के टीचर और स्टूडेंट्स के शामिल  के सबूत भी दिए गए थे जिसकी पूरी जानकारी सरकार और उसकी एजेंसियों के पास भी है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को तत्काल उन लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए जो चेहरा ढंककर नारेबाजी कर रहे थे। कई लोग ऐसे हैं जो जेएनयू को बदनाम कर रहे हैं। गुलाम कश्मीर में भी आयोजित प्रोग्राम में कुछ टीचरों के शामिल होने की बात कही गई है।  जिस पर एजेंसियों को गंभीरता से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।