जेल में VIP ट्रीटमेंट मिलने की खबर कोरी अफवाह: संजय दत्त

महाराष्ट्र: 25 फरवरी को पुणे की यरवदा जेल से रिहा हुए संजय दत्त ने  मीडिया कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया था जिसमें उन्होंने एक ब्यान के जरिये जेल में उनके साथ होने वाले बर्ताव के बारे में बताया है कि उन्हें जेल में ऐसा खाना दिया जाता था, जिसे गधा भी नहीं खाता और एक साल तक तो खाने में चने की दाल खाई मिलती रही और वहां मुझे एक सब्ज़ी खाने में मिलती थी जिसका नाम राजगिरा था जो मैंने ज़िन्दगी में कभी नही सुना था और कभी-कभी खाने में कुछ कीड़े-मकोड़े भी मिलते थे जो मुझे अपनी बॉडी में प्रोटीन को पूरा करने के लिए खाने पड़ते थे।

संजय ने बताया कि सिक्योरिटी रिजिन्स के कारण उन्हें एक अलग जेल में रखा गया था जहाँ मैं सुबह उठकर रोज अपनी फैमिली को याद करता था और दुसरे लोगों की तरह काम करता था। जो अफवाहें फैलाई गयी थी कि मुझे जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है ऐसा बिल्कुल नही था ये बातें गलत हैं कि मुझे वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता था, बल्कि दूसरे कैदियों की तुलना में मेरे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाता था। ऐसा लगता था, जैसे मैं अंग्रेजों के दौर में आ गया हूं। मैंने जेल में अपना ज्यादातर वक़्त पाठ-पूजा करके बिताया यूं समझिए कि जेल में मैं पूरी तरह पंडित बन गया था।