जैन समाज के विरोध के बाद सरकार ने भेड़-बकरियों के UAE भेजने पर लगाई रोक

जैन समुदाय के विरोध के बाद शनिवार से नगर के हवाई अड्डे से संयुक्त अरब अमीरात के लिए भेड़-बकरियों का निर्यात रद्द कर दिया है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की निर्यात परियोजना को राज्यसभा सदस्य और धांगड़ समुदाय के नेता डॉ. विकास महात्मे आगे बढ़ा रहे थे. इसका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और स्वरोजगार के नए मार्ग खोलना था.

दो हजार भेड़ों की खेप जानी थी

नगर के बाबा साहब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कल दोपहर में दो हजार भेड़ों और बकरियों की पहली खेप भेजी जानी थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस अवसर पर मौजूद होने वाले थे.

मंत्रालय ने महात्मे को निर्देश दिया कि पहले प्रदर्शनकारियों से बात करें और फिर इसने कार्यक्रम को अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दिया. रिचा जैन के नेतृत्व में सकल जैन समाज इस परियोजना के विरोध में है. इस मुद्दे पर समर्थन के लिए शुक्रवार को उन्होंने आरएसएस मुख्यालय तक मार्च निकाला था.

विदर्भ में पाली जाती है भेड़ें

राज्यसभा के सांसद विकास महात्मे के अनुसार, विदर्भ में बड़े पैमाने पर भेड़ पाली जाती है, लेकिन मांस के लिए नहीं बल्कि ऊन के लिए. यह क्षेत्र सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या के लिए जाना जाता है. चरवाहे समुदाय से आने वाले महात्मे का कहना है कि किसानों और चरवाहों में ज्यादा परिवहन लागत आने के कारण अपनी भेड़ें नहीं बेचते हैं. इसलिए हम मवेशियों के निर्यात की परियोजना के साथ आए हैं, जिससे संकटग्रस्त किसानों को एक व्यापार का अवसर मिल सके और उनकी आय बढ़े.

योजना थी कि पहले तीन महीनों में संयुक्त अरब अमीरात में एक लाख से ज्यादा भेड़ और बकरियों का निर्यात किया जाएगा. लेकिन भारी विरोध के बाद सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा.