झारंखड में 6 MLA खरीदने के लिए BJP ने दिए थे 11 करोड़: बाबूलाल मरांडी

मरांडी ने कहा कि इस मामले में बड़े पैमाने पर रुपयों का लेनदेन भी हुआ। जेवीएम नेता ने बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र कुमार राय के द्वारा कथित रुपये लिखे गए एक पत्र को जारी करते हुए बताया कि उस पत्र में जेवीएम छोड़कर बीजेपी जानेवाले विधायकों को 11 करोड़ रुपये दिए गए। उन्होंने कहा कि पत्र में इस बात का भी जिक्र है कि पैसे किसने दिए और किसकी निगरानी में दिए गए।

‘BJP ने सबसे पहले पद और पैसे का सरकारी दुरुपयोग किया’

बाबूलाल ने कहा कि चुनाव के ठीक बाद बीजेपी ने सबसे पहले पद और पैसे का सरकारी दुरुपयोग किया और उनके विधायकों को तोड़ते हुए संविधान की धज्जियां उड़ा दी। मरांडी ने कहा कि दसवीं अनुसूची में कहीं कोई इजाजत नहीं होती कि एक विधायक दल में जा सके। यहां तक की निर्दलीय विधायक भी अगर किसी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करें तो उसकी सदन से सदस्यता चली जाती है। इसमें पैसे का लेन-देन हुआ है और पद का प्रलोभन दिया गया। मरांडी ने कहा कि  पद तो साफ दिखता है, उसमें दो लोगों को मंत्री बनाया, जबकि तीन लोगों को बोर्ड निगम में पद दिया गया।

2015 का है पत्र, जिसके आधार पर हो सबके खिलाफ एफआईआर 
मरांडी ने कहा कि तीन सालों से मेहनत करते-करते एक पत्र मिला है। उस समय प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय थे, जिन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखा कि कुल 11 करोड़  रुपये नगद उपलब्ध कराया गया और सभी विधायकों से प्राप्ति पर्ची रघुवर दास को सौंप दिया गया। साथ ही भाजपा में आने वाले सभी झाविमो के विधायक को शेष राशि भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के तीन साल बाद रघुवर दास द्वारा उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी ली गई है।