टी आर एस हुकूमत की एक साला कारकर्दगी इतमीनान बख़श

टी आर एस इक़तिदार में आकर एक साल होने को है। 2 जून को के चन्द्रशेखर राव‌ ने बहैसीयत चीफ़ मिनिस्टर हलफ़ लिया था, जिन की एक साल की कारकर्दगी इतमीनान बख़श है। करीमनगर के रुकने पार्लियामेंट बी विनोद कुमार ने प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडीया से ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के मुख़ालिफ़ीन का इद्दिआ थाके तेलंगाना मिल भी जाये तो इस इलाके के अवाम को बदतरीन सूरत-ए-हाल का सामना करना पड़ेगा, कृष्णा के आबी वसाइल से इस्तेफ़ादा में दुशवारी होगी, बर्क़ी की शदीद क़िल्लत होगी, तारीकी होगी, नेक्सलाइटस की सरगर्मीयों में इज़ाफ़ा होगा और फ़िर्कावाराना झगड़े होंगे, जब कि एसा कुछ भी नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि इक़तिदार हासिल होने के बाद छः माह तक हमें दुश्वारियां पेश आएं, सिविल, आई पी एस और आई ए एस ओहदादार नहीं थे, इसी लिए तरक़्क़ीयाती प्रोग्राम्स की मंसूबा बंदी के बावजूद इस पर अमल आवरी में दुशवारी हुई। उन्होंने बताया कि तेलंगाना में देही सतह से अर्बन तक पानी की सरबराही के लिए वाटर ग्रिड पर 40 हज़ार करोड़ रुपये की मंसूबा बंदी पर अमल हो रहा है, काकतीय मिशन के तहत तालाबों और कनटों का अहया हो रहा है, ग़रीबों के लिए दो सौ की बजाये दो हज़ार रुपये वज़ीफ़ा मुक़र्रर किया गया है, 40 हज़ार करोड़ रुपये के ख़र्च से चार हज़ार करोड़ मैगावाट, एन टी पी सी से बर्क़ी सरबराही का मुआहिदा हो चुका है, जबकि फ़िलहाल बर्क़ी की सरबराही को यक़ीनी बनाने के लिए बर्क़ी ख़रीद कर सरबराह की जा रही है।